विडम्बना: ''ड्यूटी'' तो कर रहे पर ''खाते'' का नहीं पता

12/18/2018 1:22:04 PM

सिरसा(भारद्वाज): चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय में जून-जुलाई माह से शुरू किए गए यूनिवर्सिटी कैंपस कॉलेज की अजब ही दास्तां है। यहां विगत अगस्त माह से काम करने वालों को बेशक अभी तक कोई पेमैंट नहीं मिली हो लेकिन विडम्बना यह है कि इन स्टाफ वालों को यह तक भेद नहीं है कि आखिर उन्हें किस रूप में नियुक्ति मिली है। सैलरी न मिलने के कारण ये स्टाफ सदस्य वी.सी. ऑफिस पहुंचे और आपबीती भी सुनाई लेकिन इस मुलाकात के बाद से कहा जा रहा है कि बजट के लिए अकाऊंट ब्रांच में फाइल गई हुई है और शीघ्र ही मसलन इसी माह के आखिरी सप्ताह तक उक्त लोगों को भुगतान कर दिया जाएगा। इसके अलावा और भी कई खामी है जिसका खमियाजा इस कैंपस कालेज के विद्यार्थी भी भुगत रहे हैं लेकिन दावा किया जा रहा है कि शीघ्र ही इस कैंपस कालेज के भी 'अच्छे-दिन' आ जाएंगे। बहरहाल, स्टाफ से लेकर तालीम लेने वाले तक को अनेक सी दिक्कतों का ही सामना करना पड़ रहा है।

ऐसी है स्थिति
दरअसल, चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय प्रशासन ने शैक्षणिक गतिविधियों को और बेहतर करने के मकसद से यूनिवॢसटी कैंपस कालेज स्थापित किया। इस कालेज की कक्षाएं एडम ब्लाक में शुरू की गई थी। कई प्रकार के कोर्सां को भी इस कालेज से जोड़ा गया और विद्यार्थियों को पढ़ाई करवाने के लिए शिक्षक भी रखे। यह प्रक्रिया यूं तो जून माह में शुरू हुई लेकिन नियुक्तियों वगैरह का सिलसिला जुलाई-अगस्त माह में हुआ। अचरज की बात है कि इस पूरे प्रौजेक्ट के लिए कोई बजट निर्धारित नहीं किया और इसी का ही नतीजा है कि काम करने वालों को अभी तक उनका मेहनताना नहीं मिला। यही नहीं इसमें एक पेंच यह भी अड़ा हुआ है कि टीचिंग के स्टाफ सदस्यों को फिलहाल यह तक नहीं पता कि उनकी नियुक्ति अनुबंध के आधार पर है अथवा किसी अन्य ठेके पर रखा गया है। मगर वह जुलाई माह से ड्यूटी तो दे रहे हैं लेकिन यह ड्यूटी किस खाते में है? इसका अभी तक इनको भी भेद नहीं है।

एक दिक्कत ये भी
बेशक टीचिंग के स्टाफ सदस्य अपने भुगतान को लेकर परेशान भी हैं और नियुक्ति को लेकर पशोपेश में। मगर एक दिक्कत यह भी है कि विद्यार्थियों को भी कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बताया गया है कि विद्यार्थी विश्वविद्यालय के पुस्तकालय से पुस्तक लेकर कहीं नहीं जा सकते। साथ ही उनके कोर्स से संबंधित अधिकांश पुस्तकें भी पुस्तकालय में उपलब्ध नहीं है। 

Rakhi Yadav