2 माह से बंद पड़ी ऐलनाबाद सिरसा वाया ममेरां खुर्द रोडवेज बस, छात्र-छात्राएं परेशान

2/20/2019 12:44:39 PM

ऐलनाबाद(भार्गव): ऐलनाबाद से सिरसा जाने वाली वाया ममेरंा खुर्द, मूसली, कोटली, केसुपुरा बस के बंद होने से यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शहर के मुख्य बस स्टैंड से सुबह 7.15 बजे चलने वाली बस उपरोक्त गांवों में से होकर सिरसा पहुंचती थी जिसमें इन गांवों से सिरसा के विभिन्न संस्थानों में पढऩे वाले अनेक छात्र-छात्राएं भी सवार होकर सिरसा जाती थी यहीं बस दोपहर सिरसा बस स्टैंड से 2.30 बजे चलकर पुन इन्हीं गांवों में से होती हुई ऐलनाबाद पहुंचती है। मगर पिछले 2 माह से इस बस के बंद होने से यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।जी.एम. से मिले गांव ममेरंा खुर्द के सरपंच भीम सिंह सिहाग

इस बस सेवा को पुन: चालू करने के लिए गांव ममेरंा खुर्द के सरपंच भीम सिंह सिहाग के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल ने सिरसा के जी.एम. से भेंट कर ज्ञापन सौंपा है। इस संबंध में गांव कोटली के सरपंच प्रतिनिधि ने बताया कि वह कई बार ग्रामीणों के साथ हरियाणा रोडवेज के संबंधित अधिकारियों से मिलकर गुहार लगा चुके हैं लेकिन उन्हें हर बार यह आश्वासन दिया जाता है कि कल से आपके इस रूट पर यह बस सेवा बहाल कर दी जाएगी लेकिन अगली सुबह इस बस के न आने से सैंकड़ों विद्यार्थी अपने विद्यालय अथवा शिक्षण संस्थानों में जाने से वंचित रह जाते हैं। लड़के तो जैसे तैसे मल्लेकंा पहुंचकर बस में सवार हो जाते हैं लेकिन लड़कियां नहीं पहुंच पाती हैं। 


इन विद्याॢथयों की है शिकायत
इस संबंध में गांव ममेरंा खुर्द के छात्र अनिल कुमार, राधेश्याम, विनोद कुमार तथा गांव कोटली की सुनीता रानी, राधा रानी, अनीता, सुरेश कुमार, जसपाल, जसप्रीत व गांव केसुपुरा की छात्रा राखी, कौशल्या, सुनीता, बरखा, ङ्क्षडपल छात्र केशव मनोहर, रवि, किशन इत्यादि ने बताया कि वह बस का हर रोज कई घंटे इंतजार करते रहते हैं। मगर आखिर उन्हें निराशा ही हाथ लगती है, जिस वजह से परीक्षा के महत्वपूर्ण दिनों में भी होने अपनी कक्षा से गैर-हाजिर रहना पड़ता है जिसका सीधा असर उनकी पढ़ाई पर पड़ रहा है। अपनी पढ़ाई के नुक्सान को देखते हुए हम छात्र-छात्राएं कई बार जिला महाप्रबंधक रोडवेज से मिलकर अपनी परेशानी बता चुके हैं। पिछले दिनों हुई भेंट पर जिला निरीक्षक रोडवेज ने हमारे इस रूट पर दिन में 3 बार बस चलाने का आश्वासन दिया था, मगर वह भी कोरा आश्वासन ही साबित हुआ। 

Deepak Paul