नवजात को मरने के लिए छोड़ गई

3/23/2019 12:49:15 PM

सिरसा (कौशिक): बेशक बेटा-बेटी के बीच के फासले को मिटाने के लिए शासन-प्रशासन दौड़ धूप करता दिख रहा हो अथवा कई सामाजिक संस्थाओं की ओर से भी इस दिशा में आवाज को बुलंद करने की कवायद हो लेकिन जमीनी हकीकत कुछ ऐसी ही है जिसे कहा जाए कि यहां कुछ भी ‘बदल’ नहीं सकता तो कतई गलत नहीं। यहां बात हो रही है उस सोच की जिसमें आज भी बेटी की बनिस्पत बेटा ही हावी हैं। यही वजह है कि इस मानसिकता के चलते जन्म देने वाली मां की भी उस वक्त ममता दम तोड़ती दिखाई देती है जब पता लगा कि जन्म लेने वाला बेटा नहीं अपितु बेटी है।

ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां बच्ची के जन्म होते ही उसके ‘घरवालों’ ने मरने के लिए खुले में एक प्लाट में फैंक दिया। फिलहाल मासूम नागरिक अस्पताल की नर्सरी में सांस ले रही है और पुलिस इस मासूम की जननी की तलाश में है। घटनाक्रम के अनुसार शहर में स्थित नंदन वाटिका के शाम करीब साढ़े 5 बजे एक खाली प्लाट से किसी बच्चे के रोने की आवाज आ रही थी। इसी दौरान जब वहां से गुजर रहे कुछ लोगों ने प्लाट में जाकर देखा तो पाया कि कपड़े में लिपटी एक मासूम बच्ची झाडिय़ों में पड़ी हुई थी और भूख के मारे वह बच्ची बुरी तरह से बिलख रही थी।

रामनगरिया निवासी विकास जो किसी काम के सिलसिले में अग्रसैन कालोनी से आ रहा था कि बच्ची के रोने की आवाज ने उसके कदम रोक दिए। वह दौड़ कर प्लाट की ओर पहुंचा तो पाया कि झाडिय़ों में बच्ची पड़ी हुई है। उसने आस पड़ोस के लोगों को इत्तला दी। यही नहीं एक बुजुर्ग को विकास ने पुलिस को सूचित करने की बात कही तो बुजुर्ग का जवाब हैरत भरा था। बुजुर्ग ने कहा कि वह पुलिस को इस बारे में फोन करके खुद परेशानी में नहीं पडऩा चाहता। मसलन, बुजुर्ग का इशारा था कि पुलिस सूचना देने वालों को भी बेवजह घसीट लेती है और शायद यही डर ही था कि बुजुर्ग ने इस मामले में दखल देने से साफ इंकार कर दिया।

इसके बाद विकास आस-पड़ोस के घरों में गया और बच्ची के पड़े होने की बात कहते हुए मदद मांगी। इस पर लोग भी प्लाट में बच्ची के पास पहुंच गए और तुरंत पुलिस के साथ-साथ एम्बुलैंस को सूचित किया। एम्बुलैंस के जरिए बच्ची को नागरिक अस्पताल में लाया गया है।सूचना पाकर शहर थाना प्रभारी सुखबीर सिंह व कीॢत नगर चौकी प्रभारी बलवान सिंह मौके पहुंचे और स्थित का जायजा लिया। पुलिस इस मामले में अज्ञात जननी की जांच में जुट गई है। फिलहाल इसका भेद नहीं लग पाया है कि आखिर यह बच्ची किसकी है और किसने इसे यहां फैंका है। बाद में शहर थाना प्रभारी नागरिक अस्पताल भी गए और बच्ची के बारे में चिकित्सकों से बातचीत की। बताया गया है कि अब मासूम की तबीयत ठीक है। इस संदर्भ में थाना प्रभारी सुखबीर सिंह ने बताया कि पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और आस-पास के लगे कैमरों की फुटेज को भी खंगाला जा रहा है।

kamal