ड्रेन-6 का काम अधर में लटका

1/23/2019 10:57:48 AM

सोनीपत: ड्रेन-6 को कवर किए जाने व सौंदर्यीकरण का काम जिस जोर-शोर से शुरू हुआ था, उससे कहीं अधिक तेजी से बंद हो गया। करीब 2 माह से कंपनी ने ड्रेन के निर्माण कार्य से हाथ खींच लिए हैं तो वहीं निगम अधिकारी कंपनी पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं। कंपनी का कहना है कि नगर निगम काम के लिए 15 किलोमीटर लंबी ड्रेन से एक किलोमीटर भी क्लीयर नहीं कर पाया है। कब्जों के कारण ड्रेन पर काम नहीं किया जा सकता। 

बता दें कि शहर के बीचोंबीच ड्रेन -6 की गंदगी से निजात दिलाने के लिए एक व्यापक योजना के तहत ड्रेन को कवर करने व इसे गुरुग्राम की तर्ज पर विकसित करने का निर्णय लिया गया था। यही नहीं, करीब 88 करोड़ के इस प्रोजैक्ट का टैंडर भी एक कंपनी को दे दिया गया था। कंपनी ने 2018 की शुरूआत में काम शुरू कर दिया तो लगा कि अब शीघ्र ही गंदगी से निजात मिलेगी लेकिन शुरू करने के कुछ दिन बाद ही कंपनी ने काम बंद कर दिया। इस पर निगम अधिकारियों ने आरोप लगाया कि कंपनी जानबूझकर काम में लापरवाही कर रही है और कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की बात भी कही। मंगलवार को निगम अधिकारियों व कंपनी प्रतिनिधियों के बीच एक बैठक भी हुई जिसका कोई नतीजा नहीं निकला।  

अधिकारी बोले- बात चल रही है, जल्द शुरू होगा काम 

नगर निगम के एक्स.ई.एन. राधेश्याम शर्मा ने बताया कि कंपनी ने काफी समय से काम रोक रखा है। मंगलवार को इस मामले में एक बार फिर से कंपनी प्रतिनिधियों व अधिकारियों के बीच बातचीत हुई है। उम्मीद है जल्दी ही काम शुरू हो जाएगा। साइट क्लीयर करवाने के लिए भी कार्रवाई की जा रही है। कंपनी के प्रतिनिधि शशांक गर्ग ने बताया कि निगम ने उन्हें 15 किलोमीटर में से एक किलोमीटर तक भी साइट क्लीयर करके नहीं दी जिसके कारण काम जारी रखना संभव नहीं हो पाया। इसके अलावा जिस लैवल से दीवार उठाई जानी है, उससे कहीं नीचे तक गाद है। ऐसे में निगम ने यह भी स्पष्ट नहीं किया है कि गाद को निकालकर मिट्टी डालनी है या फिर गाद के ऊपर से दीवार बनाई जानी है। ऐसे में काम रुक गया है। जैसे ही उन्हें साइट क्लीयर कर दी जाएगी, वे काम शुरू कर देंगे।

गुरुग्राम की तर्ज पर होना है ड्रेन-6 का निर्माण

शहर के बीचोंबीच बनी ड्रेन -6 को अम्रुत योजना के तहत गुरुग्राम की तर्ज पर आर.सी.सी. से बॉक्स आकार में पक्का करना है। यह राठधाना रोड तक पक्की करनी है, जिसे नगर निगम बनाएगा। इससे आगे की बात करें तो पी.डब्ल्यू.डी. पक्की करवाएगा। डे्रन-6 के ऊपर से रोड बनाया जाएगा जिस पर आसानी से वाहन चालक आवागमन कर सकेंगे। इससे न सिर्फ वाहन चालकों का समय बचेगा बल्कि शहर में लगने वाले जाम से भी निजात मिलेगी। 

463 परिवारों को देनी है जमीन

ड्रेन-6 के सौंदर्यीकरण के चलते प्रभावित होने वाले 463 परिवारों की एक सूची बनाई थी। सूची में जो परिवार के नाम शामिल थे, उन्हें नगर निगम ने रेवली के पास जमीन देनी थी,  लेकिन रेवली की जमीन महंगी होने के चलते यह मामला राह में अटक गया था। इस मसले को सुलझाने के लिए रोहतक मंडलायुक्त ने 10 नवम्बर को निगम अधिकारियों से एक बैठक की, जिसमें पब्लिक हैल्थ कार्यकारी अभियंता रणजीत मलिक के नेतृत्व में टीम का गठन किया था। टीम ने सर्वे करके 22 नवम्बर को रिपोर्ट बनाकर मुख्यालय भेजनी, लेकिन यह रिपोर्ट भी लेटलतीफी की शिकार हो गई। 

Deepak Paul