डेंगू और मलेरिया के खिलाफ गम्बुजिया मछली बनेंगी स्वास्थ्य विभाग का हथियार

punjabkesari.in Tuesday, Mar 26, 2019 - 12:42 PM (IST)

सोनीपत: डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों की रोकथाम के लिए गत वर्ष जहां स्वास्थ्य विभाग ने शहरी क्षेत्रों में घर-घर जाकर मच्छर का लारवा नष्ट किया था, वहीं इस बार विभाग बड़ी संख्या में ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में बने तालाबों में गम्बुजिया मछली छोड़कर मुहिम को मजबूत करने की कवायद में जुट गया है। इसके लिए विभाग की तरफ से स्पैशल टीम का गठन किया गया है। दरअसल, मौजूदा समय में तापमान 30 डिग्री से ऊपर पहुंच गया है। मलेरिया और डेंगू के मच्छर के लिए 30 से 35 डिग्री के बीच का तापमान अनुकूल होता है। ठहरे हुए पानी में मच्छर का लारवा बनता है और लारवा से पैदा होने वाले मच्छर डेंगू और मलेरिया रोग को फैलाने का काम करते हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने समय रहते ही अपनी मुहिम को शुरू कर दिया है। 

631 तालाबों में डाली जाएंगी गम्बुजिया मछली 
मच्छरों का लारवा खाने वाली गम्बुजिया मछली को स्वास्थ्य विभाग व मत्स्य विभाग की संयुक्त टीम ने ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों के तालाबों में डालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस अभियान के दौरान जिले के लगभग 631 तालाबों में गम्बुजिया मछली डाली जाएगी। यह मछली पानी की सतह तक तैर रहे लारवा को खाकर अपना पेट भरती है। जिससे मच्छरों को पनपने न देने में मदद मिलती है। तालाबों की संख्या को देखते हुए मत्स्य विभाग कई महीनों से अपनी नर्सरियों में लाखों की संख्या में बीज से गम्बुजिया मछली का उत्पादन करने में जुटा हुआ था। एक निश्चित आकार की होने के बाद ही इन मछलियों को तालाबों में डाला जा सकता है। 


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kamal

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