रोजी-रोटी की तलाश में 2010 में गया था ऑस्ट्रेलिया, बन गया चैंपियन (Pics)

5/20/2016 2:36:53 PM

सोनीपत (पवन राठी): मिटटी के अखाड़े में पसीना बहा रहे इस पहलवान ने ऑस्ट्रेलिया की ओर से रियो ओलम्पिक में क्वालीफाई किया है। विनोद दहिया का सफर बेहद मुश्किल भरा रहा है, विनोद सोनीपत के खांडा गांव का रहने वाला है और बचपन से ही उसका कुश्ती से उसका लगाव रहा।

 

भारत में विनोद 2009 से पहले नैशनल जूनियर कुश्ती में गोल्ड जीत चुका था, लेकिन आर्थिक हालत अच्छी न होने के कारण 2010 में विनोद को अपनी रोजी-रोटी कमाने के लिए ऑस्ट्रेलिया जाना पड़ा। ऑस्ट्रेलिया के मेलबोर्न में विनोद कोरियर बॉय का काम करता था, लेकिन कुश्ती से उसका प्रेम कम नहीं हुआ और 8 घंटे की जॉब के बाद विनोद एक क्लब में प्रैक्टिस करने लगा और देखते ही देखते ऑस्ट्रेलियन कुश्ती में छा गया। इसी साल अल्जीरिया में हुए ओलम्पिक क्वालिफाई में विनोद ने ग्रीको रोमन में 66 किलो में सिल्वर मैडल जीतकर ऑस्ट्रेलिया की ओर से रियो ओलम्पिक का कोटा हासिल किया। 

 

मिली जानकारी के अनुसार विनोद फ्री स्टाइल और ग्रीको रोमन में खेलता है, विनोद 5 बार ऑस्ट्रेलियन चैंपियन बन चुका है। उसके आलावा 3 बार विक्टोरिंन बना है। ऑस्ट्रेलियन नैशनल कप में भी विनोद ने 3 बार गोल्ड और 2 बार ब्रॉन्ज जीता है।

 

कैनबरा कप में 2 गोल्ड मैडल विनोद के नाम है। ऑस्ट्रेलिया-ओसियाना चैंपियनशिप में विनोद ने 4 बार गोल्ड जीते है।  

 

विनोद ने कहा कि अगर मौका मिला तो भारत की ओर से एक बार जरूर ओलम्पिक खेलना चाहते है। वहीं, विनोद ने सुशिल और नरसिंह के ओलम्पिक जाने पर कहा कि ट्रायल के बाद जो बेस्ट हो उसे मौका देना जरुरी है।