पुलिस को मिली सफलता: आरोपियों सहित 5 पिस्तौल व तेजधार हथियार बरामद (Pics)

10/13/2016 10:01:56 AM

सोनीपत (पवन राठी): अपहरण, लूट, हत्या, फिरौती सहित कई वारदातों में शामिल अंतर्राज्यीय गिरोह को बुधवार को सोनीपत पुलिस ने भारी हथियारों सहित गिरफ्तार कर लिया। गिरोह का सरगना विक्रम उर्फ भुस्सी हरियाणा पुलिस के एक हवलदार की हत्या के मामले में 2008 से पैरोल तोड़कर फरार था। आरोपियों के खिलाफ थाना सिविल लाइन में धारा 379, 420, 467, 468, 471 आई.पी.सी. के तहत मामला दर्ज किया गया है। उप पुलिस महानिरीक्षक हरदीप सिंह दून ने बुधवार को सदर थाने में पत्रकारवार्ता में यह जानकारी दी। 

 

डी.आई.जी. दून ने बताया कि मंगलवार रात सी.आई.ए. पुलिस को सूचना मिली कि शहर के सैक्टर-15 के आऊटर रोड पर कुछ लोग लूट की योजना बना रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने इंस्पैक्टर इंदीवर के नेतृत्व में पांचों आरोपियों को काबू कर लिया। तलाशी लेने पर इनके कब्जे से 9 एम.एम. के 2 लोडिड पिस्तौल कुल रौंद 2.9 एम.एम. और 32 बोर के 3 लोडिड पिस्तौल कुल रौंद 15.32 बोर, एक खोखरी और दिल्ली से चोरी एक कैरेटा गाड़ी बरामद की गई। डी.आई.जी. ने बताया कि गिरफ्तार बदमाशों की पहचान विक्रम उर्फ भुस्सी पुत्र सुभाष चंद्र निवासी मकान नंबर 523 हाऊसिंग बोर्ड कॉलोनी सोनीपत, नीरज पुत्र राजबीर निवासी गांव सिवाह पानीपत, रिंकू पुत्र अनिल कुमार निवासी गांव सिवाह, जसबीर पुत्र महासिंह निवासी गांव सिवाह और मन्नू शर्मा पुत्र प्रमोद शर्मा निवासी लाल सड़क हांसी के रूप में हुई।                           

 

12 वारदातों का हुआ खुलासा 
विक्रम उर्फ भुस्सी ने 2008 में सिपाही की हत्या में पैरोल से भगौड़ा होने के बाद हथियार खरीदकर अपना लूट गिरोह तैयार किया। डी.आई.जी. ने बताया कि इन पर अभी तक 12 वारदातों का खुलासा हुआ है। विक्रम उर्फ भुस्सी ने हत्या के मामले में पैरोल जम्प किया जिस पर इसके खिलाफ थाना सिटी सोनीपत में मामला दर्ज है।
 

विक्रम ने वर्ष 2007 में हवलदार सत्यवान की हत्या की थी जिस पर मुरथल थाने में धारा 302/392 के तहत मामला दर्ज है। फरवरी 2016 में मुरथल गांव से लूट की थी जिस पर मुरथल थाने में धारा 457, 380, 511 आई.पी.सी. के तहत मामला दर्ज है। मार्च 2016 में माडल टाऊन करनाल में सरदाना नाम के व्यक्ति के घर गोली चलाई थी। इस सम्बंध में थाना सिविल लाइन करनाल में धारा 387 आई.पी.सी. के तहत मामला दर्ज है। 

 

उन्होंने बताया कि अप्रैल 2016 में हिसार शहर से फार्च्नयूर गाड़ी तथा 2 लाख रुपए की लूट की थी। इस सम्बंध में फिरौती की रकम भी ले ली थी। पुलिस ने करीब 40 एकड़ में इनकी घेराबंदी भी की थी लेकिन आरोपी और नकदी बरामद नहीं हो सकी थी। यह घटना पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय रही है। इस सम्बंध में थाना शहर हिसार में धारा 365, 395, 480ए आई.पी.सी. के तहत मामला दर्ज है। अप्रैल 2016 में कुंडली बार्डर से पिस्तौल के बल पर फाच्र्यूनर गाड़ी गिरोह ने लूटी थी।

 

अप्रैल 2016 में चंडीगढ़ के धनास गांव से एक पिकअप डाला गाड़ी चोरी की। इस पर चंडीगढ़ में एफ.आई.आर. दर्ज है। मई 2016 में अम्बाला जेल के पास से होंडा अमेज गाड़ी चोरी की। इस पर थाना बलदेव नगर अम्बाला में धारा 379 आई.पी.सी. के तहत मामला दर्ज है। 

 

मई 2016 में पानीपत शहर से वैगनआर कार चोरी की थी। यहां चांदनी बाग थाने में धारा 379 के तहत मामला दर्ज है। एक महीने पहले दिल्ली के राजौली गार्डन से एक करेटा कार चोरी की गई। इस सम्बंध में राजौरी गार्डन थाना दिल्ली में मामला दर्ज है। डेढ़ महीना पहले दिल्ली से पश्चिमी विहार से एक होंडा सिटी कार चोरी की। 

 

डेढ़ माह पहले सैक्टर में रेत व्यापारी के घर की थी लूटपाट 
डी.आई.जी. दून ने बताया कि करीब डेढ़ महीने पहले सैक्टर-15 सोनीपत से एक मकान में घुसकर रेत व्यापारी के परिवार के साथ दिन-दिहाड़े लूटपाट की थी। यहां मकान मालिक से जेवरात तथा नकदी लूटी गई थी। इस सम्बंध में थाना सिविल लाइन में धारा 395, 397 आई.पी.सी. के तहत मामला दर्ज है। 

 

लग्जरी गाड़ी चोरी कर श्रीनगर बेचते थे गिरोह के सदस्य 
डी.आई.जी. एच.एस. दून ने बताया कि पकड़े गए गिरोह के सदस्य बड़ी ही सफाई से घटना को अंजाम देते थे। दिल्ली, हरियाणा, चंडीगढ़ और दूसरे प्रदेशों से लग्जरी गाड़ियां चोरी करते थे। इसके बाद यह इन्हें जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में ले जाकर बेचते थे। यहां गाड़ियां खरीदने वाले दलाल पहले इन्हें कई दिन होटल में ठहराते थे और देखते थे कि कहीं पुलिस के आदमी तो नहीं हैं। विश्वास होने पर इनसे गाड़ियों का सौदा तय करते थे। पुलिस इन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी कि किस तरह से श्रीनगर के लोगों के सम्पर्क में आए और कितनी गाड़ियां वहां बेची गई।