ब्रॉन्ज मेडल को गोल्ड में तब्दील करने रियो अखाड़े में उतरेंगे योगेश्वर दत्त (Watch Pics)

7/22/2016 2:11:04 PM

सोनीपत(पवन राठी): लंदन ओलम्पिक 2012 में ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा करने वाले भारतीय पहलवान योगेश्वर दत्त एक बार फिर ओलम्पिक में अपना लोहा मनवाने को तैयार है। योगेश्वेर दत्त गोल्ड मेडल जीतकर तिरंगे का मान बढ़ाना चाहते है।  

 

जानकारी के मुताबिक योगेश्वर दत्त सोनीपत के भैंसवाल कला गांव के रहने वाले है और 7 साल की उम्र में ही कुश्ती से उनका लगाव हो गया था। भैंसवाल गांव में मास्टर सतबीर के अखाड़े में खेलने गए तो कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और सफलता की सीढ़ी चढ़ते चले गए। 

 

योगेश्वर की मां सुशीला देवी और उनके पिता रामेहर दत्त टीचर थे। उनकी मां ने बताया कि योगेश्वर का सफर इतना आसान नहीं रहा, जब साल 2006 में योगेश्वर के पिता का देहांत हुआ तो उस समय योगेश्वर ने कुश्ती से संन्यास लेने का मन बना लिया था। मां और भाई के कहने पर दोबारा अखाड़े में उतरे और ओलम्पिक में देश के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीता। योगेश्वर की मां का कहना है कि ओलम्पिक में गोल्ड मेडल जीतना ही योगेश्वर का सपना है इसलिए आज तक उसने शादी नहीं की। उन्हें पक्का यकीन है कि इस बार योगेश्वर रियो में गोल्ड मेडल जीतकर आएगा।

 

योगेश्वर ओलम्पिक में भारत के सबसे सीनियर खिलाड़ी है। वह चौथी बार ओलम्पिक खेलों का हिस्सा बनेंगे। उनके नाम 2012 लन्दन ओलम्पिक में ब्रॉन्ज मेडल भी है, लेकिन योगेश्वर उससे संतुष्ठ नहीं है। उनका कहना है कि गोल्ड मेडल जीतकर ही दम लूंगा। उन्होंने कहा कि 2014 और 2015 में उन्हें काफी इंजरी रही है, लेकिन अब वह पूरी तरह ठीक है और गोल्ड के लिए जान लगा देंगे। वहीं उनके कोच जगमाल का कहना है कि योगेश्वर अच्छी तैयारी कर रहा है। उसके पास बेहतर तकनीक और अनुभव है, जिसके दम पर वह गोल्ड का दावेदार है।