मानसून का कमबैक, गर्मी से मामूली राहत

7/12/2018 2:14:51 PM

सोनीपत : शॉट ब्रेक के बाद बुधवार को दिल्ली-एन.सी.आर. क्षेत्र में मानसून एक बार फिर से सक्रिय हो गया है। जिसके चलते बुधवार को जिले के अधिकतर हिस्सों में बूंदाबांदी हुई है। वहीं, मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार अब सप्ताहभर तक बरसात के आसार बने रहेंगे। 

दरअसल, इस बार जिले में मानसून ने जून में ही दस्तक दे दी थी परन्तु दस्तक के 2 से 3 दिन के बाद ही मानसून कमजोर पड़ गया था। जिसके चलते अब तक जिले में 50 प्रतिशत से कम बरसात हुई है। पिछले सप्ताहभर से जिलावासी बरसात का इंतजार कर रहे थे। ऐसे में बुधवार को सक्रिय हुए मानसून ने लोगों को हल्की राहत दी है। 

बूंदाबांदी के बावजूद उमस ने किया परेशान 
बुधवार को सुबह से ही आंशिक रूप से बादल छाने शुरू हो गए थे। बावजूद इसके दिनभर लोगों को तेज गर्मी का सामना करना पड़ा। दिन का अधिकतर तापमान 35 डिग्री तक पहुंच गया। वहीं, दोपहर के बाद तेज हवा के साथ जिले के अधिकतर हिस्सों में 10 से 15 मिनट तक बूंदाबांदी हुई। 
 

सोनीपत ब्लाक में 10 एम.एम. बरसात दर्ज की गई। जिसके बाद तापमान में तो गिरावट आ गई परन्तु उसम लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी रही। मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार शुक्रवार के बाद ही उमस से लोगों को राहत मिलेगी। बुधवार को दिन का न्यूनतम तापमान करीब 29 डिग्री दर्ज किया गया। ऐसे में सुबह से लेकर शाम तक लोगों को गर्मी और उमस का सामना करना पड़ा। 

कई क्षेत्रों में जलभराव 
बुधवार को महज चंद मिनटों की बरसात से ही शहर में पानी निकासी की समस्या को एक बार फिर से उजागर कर दिया है। शहर के कई क्षेत्रों में मामूली बरसात से ही जलभराव की समस्या पैदा हो गई। सिक्का कालोनी की कई गलियों में पानी जमा हो गया। जिसके चलते क्षेत्र में स्थिति स्कूल के बच्चों को पानी से निकलना पड़ा। इसके अतिरिक्त सूरी पैट्रोल पम्प वाली गली में भी जलभराव की समस्या पैदा हो गई। 

किसानों को मिली राहत 
मानसून के एक बार फिर से सक्रिय होने से किसानों को बड़ी राहत मिली है। दरअसल, बरसात न होने की वजह से खरीफ की अधिकतर फसलों की बिजाई व रोपाई प्रक्रिया अब तक बेहद धीमी गति से आगे बढ़ रही है। बुधवार को बूंदाबांदी होने से भले ही धान उत्पादक किसानों को अधिक लाभ न हुआ हो परन्तु ज्वार, मक्का आदि हरे चारे की फसलों को फायदा पहुंचा है। 

मौसम विभाग ने सप्ताह भर तक बरसात होने का अनुमान लगाया है। इससे धान की रोपाई प्रक्रिया में भी तेजी आने की उम्मीद जताई जा रही है। मौजूदा समय में किसान ट्यूबवैलों के माध्यम से ही फसलों की सिंचाई करने में जुटे हुए हैं। जिले में करीब एक लाख हैक्टेयर भूमि में धान की रोपाई होने की उम्मीद जताई जा रही है। 

यह कहते हैं विशेषज्ञ 
मौसम विशेषज्ञ डा.देवेंद्र ने बताया कि दिल्ली-एन.सी.आर. में मानसून एक बार फिर से सक्रिय हो गया है। जिसके चलते अगले सप्ताह भर तक अधिकतर स्थानों पर बरसात होने के आसार बने रहेंगे। अच्छी बरसात होने के बाद तापमान में गिरावट आएगी और उमस से भी लोगों को छुटकारा मिलेगा। बरसात होने से कृषि क्षेत्र को भी काफी फायदा पहुंचेगा।
 

 
  

Rakhi Yadav