8 मई तक होगी सरसों की खरीद

4/20/2019 2:26:46 PM

सोनीपत(विकास): मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाने के बावजूद अब तक सरसों नहीं बेच पाए किसानों के लिए राहत की खबर है। प्रशासन ने सरसों खरीद का नया शैड्यूल जारी कर दिया है। जिसके अंतर्गत आगामी 8 मई तक किसान अपनी सरसों को बेच पाएंगे। नए शैड्यूल में एक दिन के लिए गांवों की संख्या बढ़ाई गई है, ताकि अधिक किसान सरसों खरीद केंद्र पर पहुंच सकें। दरअसल, प्रदेश सरकार द्वारा इस बार सरसों का समर्थन मूल्य 4200 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया है। 

परन्तु सरकार इस मूल्य पर उन्हीं किसानों की सरसों खरीद रही है, जिन किसानों ने मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अपनी ऑनलाइन गिरदावरी करवाई है। यही नहीं प्रशासन ने 28 मार्च से 20 अप्रैल तक का शैड्यूल भी तैयार भी किया गया था, जिसके अंतर्गत प्रत्येक दिन चुनिंदा गांवों के किसानों की सरसों खरीदी जा रही है।शैड्यूल वाले दिन अगर संबंधित गांव का किसान अपनी सरसों लेकर नहीं पहुंच पाया तो उसकी सरसों की खरीद अटक गई थी। ऐसे में अब नया शैड्यूल जारी करने से किसानों को राहत मिली है। 

प्रत्येक दिन के शैड्यूल में गांवों की संख्या बढ़ी 
21 अप्रैल से 23 अप्रैल तक गन्नौर ब्लाक के गांवों के किसान सरसों बेच पाएंगे। वहीं 24 अप्रैल से 26 अप्रैल तक खरखौदा ब्लाक के गांव सरसों बेच पाएंगे। इसी तरह से 27 अप्रैल से 2 मई तक गोहाना व खानपुर ब्लाक और 3 मई से 8 मई तक राई और सोनीपत ब्लाक के किसानों की सरसों खरीदी जाएगी। प्रत्येक दिन 10 से अधिक गांवों के किसानों की सरसों खरीदने का शैड्यूल प्रशासन द्वारा तैयार किया गया है। हालांकि नए शैड्यूल में भी किसानों को नियमों से संबंधित कोई छूट नहीं दी गई है। एक दिन में एक किसान सिर्फ 25 क्विंटल सरसों ही बेच सकता है। 

अब तक करीब 1600 एम.टी. सरसों की हो चुकी है खरीद 
रबी खरीद सीजन में सरसों की खरीद के लिए जिले में सोनीपत स्थित नई अनाज मंडी में खरीद केन्द्र संचालित किया जा रहा है। अब तक करीब 1600 एम.टी. सरसों की खरीद हो चुकी है। जबकि 800 किसान अपनी सरसों की फसल बेच चुके हैं। मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर सरसों का रजिस्ट्रेशन करवाने वाले किसानों की संख्या 1100 से अधिक पहुंच चुकी है। गत 28 मार्च सरसों की खरीद प्रक्रिया शुरू होते वक्त  रजिस्ट्रेशन करवाने वाले किसानों की संख्या 965 थी। 

सोनीपत ब्लाक के शैड्यूल में शूगर मिल भी बेच पाएगा सरसों 
नया शैड्यूल जारी होने के बाद एक तरफ जहां किसानों ने राहत की सांस ली है, वहीं दूसरी तरफ शूगर मिल प्रशासन के सामने भी अपनी सरसों बेचने का रास्ता खुल गया है। सोनीपत शूगर मिल में करीब 7 एकड़ भूमि में सरसों की खेती की गई थी। प्रशासन ने इसे पोर्टल पर पंजीकृत भी करवाया था। सरसों की कटाई और कढ़ाई का काम भी पूरा हो चुका था, लेकिन पहले शैड्यूल में नम्बर न आने की वजह से सोनीपत शूगर मिल सरसों की बिक्री को लेकर असमंजस की स्थित में था। कई बार शूगर मिल से जुड़े कर्मचारी सरसों के शैड्यूल के बारे में खरीद केन्द्र पर जानकारी लेनेे के लिए पहुंच चुके थे। ऐसे में अब मिल को सोनीपत ब्लाक के शैड्यूल के अंतर्गत ही सरसों लाने की बात कही गई है। 

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