राष्ट्रीय अध्यक्ष का आरोप : रंजिश में नहीं घोषित किया परिणाम

7/15/2018 12:02:51 PM

गोहाना(अरोड़ा): अखिल भारतीय ब्राह्मण आरक्षण संघर्ष समिति के 80 साल के वयोवृद्ध अध्यक्ष हरिराम दीक्षित सोमवार को पंचकूला स्थित हरियाणा लोक सेवा आयोग (एच.पी.एस.सी.) के कार्यालय के बाहर मरणव्रत पर बैठने के लिए तैयारी कर चुके हैं। दीक्षित हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद ई.बी.पी.जी. में शामिल 4 जातियों का परिणाम घोषित न किए जाने से रोषित हैं।9 अप्रैल, 2018 को हुई जे.ई. की परीक्षा में ब्राह्मïण समाज से जुड़ा विवादास्पद सवाल पूछा गया था। उस पर ब्राह्मïण समाज की नाराजगी बढऩे पर एच.पी.एस.सी. के चेयरमैन भारत भूषण भारती को सस्पैंड कर दिया गया। उनकी जगह आई.ए.एस. अधिकारी दीप्ति उमाशंकर को एच.पी.एस.सी. की चेयरपर्सन का कार्यभार सौंपा गया। दीप्ति ने उसी समय अपना चार्ज सम्भाल भी लिया लेकिन ई.बी.पी.जी., जिसमें ब्राह्मïण, पंजाबी, बनिया और राजपूत की 4 जातियां शामिल हैं, का परिणाम घोषित करने में देरी की जा रही है।

हरिराम दीक्षित ने बताया कि देरी के खिलाफ मई में पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट की शरण ली गई थी। तब हाईकोर्ट ने परिणाम की घोषणा के लिए 2 महीने का समय दिया था। स्वयं एच.पी.एस.सी. ने वायदा किया था कि 15 जुलाई तक परिणाम जारी कर दिया जाएगा लेकिन अब बहाना यह बनाया जा रहा है कि निलम्बित चेयरमैन भारत भूषण भारती परिणाम वाली अलमारी को ताला लगा गए हैं। एच.पी.एस.सी. और सरकार बताए कि अलमारी का ताला क्यों नहीं तोड़ा जा सकता।राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने ब्राह्मïण समाज के दबाव में अप्रैल में चेयरमैन भारत भूषण भारती को सस्पैंड तो कर दिया था, अब उसका बदला अब ई.बी.पी.जी. में शामिल ब्राह्मïण समाज सहित बाकी की 3 और जातियों से लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वह सोमवार की सुबह 9 बजे पंचकूला में एच.पी.एस.सी. के कार्यालय के सामने मरणव्रत पर बैठ जाएंगे।

यह मरणव्रत परिणाम की घोषणा जारी होने तक जारी रहेगा। समान संघर्ष उन 12 राज्यों में किया जाएगा जहां अखिल भारतीय ब्राह्मïण आरक्षण संघर्ष समिति का प्रभाव है। समिति के राष्ट्रीय महासचिव कुलदीप कौशिक ने कहा कि अगर मरणव्रत करने के दौरान 80 वर्षीय हरि राम दीक्षित को कुछ हो गया, उसकी पूरी जिम्मेदारी एच.पी.एस.सी. के साथ राज्य सरकार की होगी।
 

Deepak Paul