लोगों को घरों और दुकानों के बाहर रास नही आ रही हरियाली!

7/20/2019 12:23:25 PM

सोनीपत: साफ हवा के लिए लोग पार्कों व पेड़-पौधों से भरे क्षेत्रों के सुबह-शाम चक्कर काट रहे हैं लेकिन घर और दुकानों के बाहर हरियाली लोगों को रास नहीं आ रही है। 
शुक्रवार को शहर में कई मामले सामने आए जिसके अंतर्गत कहीं तो दुकान के सामने लगे पेड़ को जलाने की कोशिश की गई तो कहीं घर के बाहर खड़े हरे-भरे पेड़ को उखाडऩे का प्रयास किया गया। हालांकि कई जागरूक लोगों ने उक्त घटनाओं का विरोध कर प्रशासन से संबंधित आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की भी मांग की है। 

सैक्टर-15 में घर के बाहर लगे पेड़ को उखाडऩे का किया प्रयास 
शुक्रवार को शहर के सैक्टर-15 में एक मकान के बाहर लगे हरे पेड़ को जड़ से उखाडऩे का प्रयास करने की घटना सामने आई है। इस संबंध में सैक्टर-15 में ही रहने वाले एक जागरूक व्यक्ति ओमप्रकाश शर्मा ने एस.पी. को आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग को लेकर ज्ञापन भी भेजा है। ज्ञापन के माध्यम से ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि सुबह टहलते वक्त उसे एक घर के सामने एक बाहरी व्यक्ति पेड़ की जड़ उखाडऩे का प्रयास करते हुए नजर आया। जब उसे टोका गया तो उसने बताया कि उसे मकान मालिक की तरफ से पेड़ को उखाडऩे के काम के लिए 500 रुपए देने का आश्वासन दिया गया है। ओमप्रकाश शर्मा ने एस.पी. से मांग की है कि मामले की जांच करवाई जाए तथा आरोपी मकान मालिक के खिलाफ हरियाली को नष्ट करने के आरोप में कार्रवाई की जाए। 

एटलस रोड पर एक शोरूम के सामने पेड़ को जलाने का किया गया प्रयास 
वहीं दूसरी तरफ शहर के एटलस रोड पर एक जामुन के पेड़ को जलाने का प्रयास किया गया। पेड़ के सामने एक नामी कम्पनी का शोरूम है। आसपास के दुकानदारों ने घटना पर रोष प्रकट करते हुए आशंका जताई कि जानबूझकर पेड़ के नीचे सामान डालकर जलाने की कोशिश की गई है, ताकि पेड़ जलकर नष्ट हो जाए। दुकानदारों ने वन विभाग से मामले की जांच करवाने और दोषी पाए जाने पर कार्रवाई करने की मांग की है।

ट्री मैन देवेंद्र सूरा ने ग्रीन टैक्स लागू करने की रखी मांग 
मौजूदा मानसून सीजन में ही जिले में करीब 18,000 पौधारोपण करके हरियाली को बढ़ावा देने में लगे सोनीपत के ट्री मैन देवेन्द्र सूरा ने भी इन घटनाओं पर रोष प्रकट किया। उन्होंने कहा कि लोगों को अभी हरियाली की कीमत का अंदाजा ठीक ढंग से नहीं हुआ है। अगर आज पेड़-पौधों की रक्षा नहीं की गई तो भविष्य में सांस लेना भी मुश्किल हो जाएगा। उन्होंने प्रशासन और सरकार से मांग की कि लोगों पर ग्रीन टैक्स लगाया जाए। जिसके अंतर्गत जिन लोगों के घरों और दुकानों के बाहर पेड़ नहीं है, उनसे टैक्स वसूला जाए। 

Isha