3 ट्रेनें चलने के बाद भी यात्रियों को नहीं रास आ रहा ट्रेनों का समय

1/22/2019 12:17:29 PM

सोनीपत(मनीष): सोनीपत-गोहाना-जींद रेलमार्ग पर भले ही 3 ट्रेनों का परिचालन हो रहा है लेकिन टे्रनों का सही समय पर आवागमन न होने के कारण लोग टे्रन की बजाय मजबूरन निजी साधनों से ही सफर कर रहे हैं। इस संबंध में यात्रियों ने कई बार उच्चाधिकारियों से ट्रेनों के समय में बदलाव की मांग की है लेकिन कोई समाधान हुआ। वहीं टिकट बिक्री की बात की जाए तो 3 टे्रनों के परिचालन के बाद भी सोनीपत रेलवे स्टेशन पर एक दिन में 100 टिकट नहीं बिक रही हैं। ऐसे में यह मार्ग रेलवे के लिए घाटे का सौदा साबित हो रहा है। 

बता दें कि सोनीपत-गोहाना-जींद रेलमार्ग पर ट्रेन परिचालन की 2016 में हरी झंडी मिल गई थी। यात्रियों की संख्या बढ़ाने के लिए रेलवे ने एक के बाद एक लगातार 3 टे्रनों का परिचालन कराया। वहीं इस वर्ष पास हुए रेलवे बजट में इस रेलमार्ग का विद्युतीकरण करना भी मंजूर हो चुका है। 89 किलोमीटर लंबे इस रेलमार्ग पर 12 स्टेशन पड़ते हैं। इनमें 2 हॉल्ट स्टेशन हंै, जहां टे्रनों की क्रासिंग करवाई जाती है। अचरज की बात यह है कि सोनीपत से जींद के बीच ऐसा कोई स्टेशन नहीं है जहां इस रेलमार्ग की 100 टिकटों की भी बिक्री होती हो।

अगर सोनीपत रेलवे स्टेशन की बात की जाए तो पहले अगस्त से पहले 50 से 80 के बीच ही टिकट बिकती थीं लेकिन अब यह औसत आंकड़ा 50 से भी नीचे आ गया है। सूरजभान, नफे सिंह, प्रेम सिंह, रामसिंह, आनंद, सुमित, प्रमोद, विनय, राजू व कपिल आदि ने कहा कि रेलवे को अपने नैटवर्क से जोडऩे के लिए इस मार्ग पर ट्रेनों के समय में बदलाव करना चाहिए। इससे न सिर्फ यात्रियों को सुविधा मिलेगी बल्कि रेलवे की भी इन्कम बढ़ेगी। 

इस तरह हो रहा परिचालन

सोनीपत के लिए पहली टे्रन जींद रेलवे स्टेशन से सुबह साढ़े 6 बजे चलती है, जो सोनीपत रेलवे स्टेशन पर 9 बजकर 5 मिनट पर पहुंचती है और साढ़े 9 बजे गोहाना-जींद के लिए रवाना हो जाती है, दूसरी टे्रन जींद से साढ़े 10 बजे चलती है, जो सोनीपत रेलवे स्टेशन पर दोपहर 1 बजकर 5 मिनट पर पहुंचती है और गोहाना-जींद के लिए 1 बजकर 30 मिनट पर रवाना होती है, वहीं तीसरी टे्रन जींद से दोपहर साढ़े 12 बजे चलती है जो सोनीपत यहां 2 बजकर 25 मिनट पर पहुंचती है और गोहाना-जींद के लिए साढ़े 3 बजे रवाना होती है। रविवार को इस रेलमार्ग पर कोई ट्रेन नहीं चलती है। 

9 साल में 700 करोड़ की लागत से पूरा हुआ था निर्माण

सोनीपत-गोहाना-जींद रेलमार्ग मंजूर तो काफी समय पहले हो चुका था लेकिन इस पर कार्य 2007 में शुरू किया गया था। उस समय की बात की जाए तो 89 किलोमीटर लंबे इस रेलमार्ग पर करीबन 300 करोड़ रुपए का अनुमान लगाया जा रहा था लेकिन जैसे-जैसे समय आगे बढ़ता गया तो वैसे-वैसे ही रुपए की अनुमान लागत भी बढ़ती गई। निर्माण कार्य के शुरू होने के 9 साल बाद इस रेलमार्ग पर करीबन 800 करोड़ रुपए खर्च होने की बात कही गई। 

Deepak Paul