दिल्ली से आई महिला ने किया छेड़खानी से इनकार

2/26/2016 5:39:25 PM

सोनीपत,(पवन राठी) : जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान नेशनल हाईवे नंबर 1 पर सोनीपत में महिलाओं से गैंगरेप के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस मामले में कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए कहा कि अगर कोई पीड़िता है तो सामने आए। उसकी पहचान गुप्त रखी जाएगी, लेकिन दो दिन बाद भी कोई सामने नहीं आया है। यहाँ तक कि जिन लोगों को समाचार पत्र ने गवाह के तौर पर सामने किया था वो लोग भी रेप जैसी किसी बात से मना कर गए हैं।

आज एक दिल्ली की महिला मीडिया में खबर देखकर सोनीपत पुलिस के पास पहुंची। उसने कहा कि वह आंदोलन की रात यहीं रुकी थी। कुछ लोगों ने उनके पति के साथ मारपीट तो की, लेकिन किसी महिला को कुछ नहीं कहा गया। महिला ने कहा कि कुराड़ गांव के लोगों ने उन्हें खाना खिलाया और रात को अपने पास सुलाया। सवाल है कि कोर्ट के संज्ञान के बाद भी कोई पीड़ित सामने क्यों नहीं आया। 

इस पूरे मामले में दिल्ली की रहने वाली महिला बबीता और उसका पति सतीश कुमार मीडिया के सामने आए और उन्होंने आप बीती बताई। उन्होंने कहा जिस दिन सोनीपत में रेप के मामले की खबर लिखी गई है उस दिन वह सोनीपत में थी। दंगा करने वाले लोगों ने उनके पति और भतीजे के साथ मारपीट तो जरूर की, लेकिन किसी ने न तो लूटपाट की और न ही महिला से छेड़खानी की गई। 

पिछले 3 दिनों से रेप की सूचना के मामला सरकार और पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ है कुछ लोगों का कहना है कि कल हाईवे पर मिले महिलाओं के कपडे भी काफी पुराने है। हाईवे पर उस रात वहा 5 हज़ार से अधिक लोगों की भीड़ थी। ऐसे हालातों में क्या किसी महिला से रेप हो सकता है?