2 सप्ताह बाद लौटा सैनेटरी एजैंट, पुलिस ने की पूछताछ

1/11/2019 1:43:16 PM

यमुनानगर(ब्यूरो): सुसाइड नोट लिखकर लापता हुआ सैनेटरी एजैंट अश्विनी वर्मा 2 सप्ताह बाद वापस लौट आया है। उसने एक व्यापारी के नाम सुसाइड नोट लिखा था। पुलिस के मुताबिक उसने बताया कि उस पर व्यापारियों का पैसा है। इसलिए वह घर से चला गया। पुलिस ने उसके बयान दर्ज किए। जिन व्यापारियों के नाम उसने सुसाइड नोट में लिखे थे, उनको भी पुलिस ने बुलवाया। यहां पर दोनों पक्षों के बीच बातचीत हुई। जहां सैनेटरी एजैंट ने उनके पैसे होने की बात कबूली। पुलिस चौकी में पहुंचे अश्विनी वर्मा ने बताया कि उसे अंकित के पैसे देने हैं। उसके पास पैसे नहीं थे जिससे वह परेशान था और घर से चला गया। सड़कों पर वह घूमता रहा। उसे कोई रास्ता नहीं मिला तो वह वापस आ गया। पुलिस के सामने ही अश्विनी वर्मा ने अंकित व अन्य के पैसे होने की बात कबूली। पैसे न देने पड़े, इसलिए ही उसने यह योजना बनाई थी। 

अढ़ाई साल काम किया
सतीश इंडस्ट्रीज के मालिक अंकित मंगला का कहना है कि अश्विनी ने अढ़ाई साल तक उनके पास कार्य किया। अब उसने हमें ही फंसाने की कोशिश कर ली थी। अब वापस आया है और अपनी गलती मानी। इस प्रकरण से शहर में हमारी बदनामी हुई, लोग भी हमसे इस बारे में बात पूछते थे। अश्विनी उनके पास कार्य करता था। उसने पैसों का गबन किया। इसके बावजूद भी हमने उसे थोड़ा-थोड़ा कर पैसा चुकाने की बात कह दी थी। बाद में उसके मन में लालच आ गया और पैसे न चुकाने पड़े, इसलिए ही उसने यह ड्रामा रचा था। अब वह वापस आया, तो पूरा मामला साफ हो गया है। पुलिस चौकी में भी उसने हमारे पैसे होने की बात मानी है। 

क्या है मामला 
26 दिसम्बर को सैनेटरी एजैंट अश्विनी वर्मा घर से लापता हो गया था। उसकी पत्नी किरण ने आरोप लगाया था कि उसके पति का सतीश इंडस्ट्रीज के मालिक अंकित मंगला से पैसों का लेन-देन था। आरोप था कि अंकित ने कुछ कागजों पर यह कहकर अश्विनी से हस्ताक्षर करवाए कि तेरी पैसों वाली कमेटी डालनी है। इसके बदले में 16 ब्लैंक चैक लिए गए। साथ ही कुछ कोरे कागजों पर साइन भी करवाए। आरोप था कि अंकित उन्हें प्रताडि़त कर रहा है। इस मामले में पुलिस ने किरण की शिकायत पर केस दर्ज किया था। 

Deepak Paul