गुस्साई छात्राओं ने बस स्टैंड के मुख्य गेट पर जड़ा ताला

punjabkesari.in Friday, Sep 20, 2019 - 03:57 PM (IST)

यमुनानगर : बिलासपुर बस स्टैंड के दोनों गेटों को गुरुवार की सुबह 8 बजे सैंकड़ों विद्याॢथयों ने बसों के सही समय पर न आने से खफा हो ताला जड़ दिया और परिवहन विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मामले की सूचना पर थाना प्रभारी बिलासपुर राकेश कुमार, एच.सी. दलबीर, राकेश, कमल के साथ मौके पर पहुंच छात्राओं से बात की परन्तु छात्राओं ने उनकी एक न सुनी और इस बात पर अड़ गई कि विभाग के बड़े अधिकारियों को मौके पर बुलाया जाए तथा बसों का टाइम टेबल सही कर उन्हें लिखित में दिया जाए, तब वे ताला खोलेंगी। 

छात्राओं ने एस.एच.ओ. बिलासपुर से कहा कि हमें छछरौली स्थित अपने कालेज में जाने के लिए बिलासपुर से सही समय पर बस नहीं मिलती, जिससे हर रोज उनकी पढ़ाई प्रभावित होती है। वे सुबह 7 बजे से 10 बजे तक बिलासपुर बस स्टैंड पर बसों का इंतजार करती रहती हैं। कई बार तो बस आती भी नहीं। छात्राओं ने जब पुलिस की एक न सुनी तो एस.डी.एम. कार्यालय से 2 कर्मचारी मौके पर भेजे गए परन्तु बिफरे छात्रों व छात्राओं ने उनकी भी एक न सुनी कर्मचारियों ने छात्राओं से बार-बार कहा कि आप अपनी शिकायत लिखित में दें।


इस पर छात्राओं ने कहा कि उन्होंने पहले भी जिला उपायुक्त, जी.एम. रोडवेज यमुनानगर व थाना बिलासपुर में लिखित में शिकायत दी हुई है। जिस पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद तहसीलदार बिलासपुर तरूण सहोता मौके पर पहुंचे और रोष प्रकट रहे छात्र-छात्राओं से बात की। छात्राओं ने तहसीलदार बिलासपुर के आश्वासन पर गेट का ताला खोला और तब जाकर प्रशासन ने राहत की सांस ली। इसके बाद तहसीलदार व एस.एच.ओ. ने टी.एम. संजय रावल को बस स्टैंड बिलासपुर पर बुलाया और छात्राओं की परेशानी से अवगत करवाया। टी.एम. रावल ने छात्राओं के कालेज जाने व आने के हिसाब से लिखित में टाइम टेबल बनाया और कहा कि अब उन्हें बस संबंधी कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी। करीब साढ़े 10 बजे मामला सुलझा और छात्राओं के लिए स्पैशल बस मंगवाई गई, जिस पर सवार होकर छात्र व छात्राएं कालेज के लिए रवाना हुए। 

यह कहना है विद्याॢथयों का
इस बारे में मनीषा, कविता, आरती, काजल, कोमल, जैस्सी, नितु, मिनाक्षी, अंजलि, सचिन, विकास, मानसी, हिमांशु, रवि, सुमित, शिव बक्शी, रामलाल आदि विद्याॢथयों का कहना है कि वे लंबे समय से बसों के टाइम टेबल को लेकर अधिकारियों के पास चक्कर काट रहे हैं लेकिन कहीं पर उनकी सुनवाई नहीं हुई तो मजबूरन उन्हें यह कदम उठाना पड़ा। छात्राओं का कहना है कि एक ही बस है जिसका कोई टाइम नहीं है। 


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Isha

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