जिनकी आमदनी हाे पांच लाख रुपए, उन्हें आरक्षण नहीं मिले : सैनी

9/15/2015 1:34:37 PM

यमुनानगर (सुमित अाेबराय  ) :  ओबीसी वर्ग के लिए आरक्षण की मांग कर रहे कुरुक्षेत्र से बीजेपी सांसद राजकुमार सैनी ने कपालमोचन में महासम्मेलन का आयोजन किया। इस दौरान सैनी ने जाट समुदाय द्वारा आरक्षण को लेकर किए जा रहे आंदोलन पर जमकर कटाक्ष किया। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर भी जमकर निशाना साधा। सैनी ने खाप पंचायतों को खप तक कह डाला।

जाट समुदाय द्वारा मांगे जा रहे आरक्षण की तर्ज पर ओबीसी वर्ग के लिए आरक्षण की मांग कर रहे बीजेपी के कुरुक्षेत्र के सांसद राजकुमार सैनी ने पत्रकारों से बातचीत में सैनी ने कहा कि जाटों की देखा देखी आज पूरे देश में आरक्षण की आवाज उठ रही है। यह आरक्षण को खत्म करने की भी चाल है। सैनी के अनुसार आज जाट सुमदाय की देखा-देखी पटेल व मराठा भी आरक्षण की आवाज उठा रहे हैं। वह आरक्षण खत्म करने का षड़यंत्र भी लगता है। इसलिए जिनकी आमदनी पांच लाख रुपए है, उसे आरक्षण नहीं मिलना चाहिए।

राजकुमार सैनी ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर हमला बोलते हुए कहा कि जाट आंदोलन को लेकर सीएम रहते हुए हुड्डा ने कहा था कि रेल उनके इशारे पर रोकी गई थी। यह सब उन्होंने जाट वोट को अपने साथ जोड़ने के लिए किया था, लेकिन इस प्रकार से काम कर उन्होंने कांग्रेस की कब्र खोद दी है। जब बैकवर्ड क्लास के लोगों ने इस बारे में हुड्डा से अपनी नाराजगी जाहिर की तो उन्होंने यहां तक कहा था कि मैं जाट पहले हूं सीएम बाद में। 

उन्होंने जाट समुदाय को नसीहत देते हुए कहा कि यदि वह देश व प्रदेश में भाईचारा कायम रखना चाहते हैं तो वह अपने आंदोलन की आग बुझाए और अपने आंदोलन को वापस लें। यदि वह बैकवर्ड वर्ग की आवाज दबाना चाहते हैं तो वह भी चुप बैठने वाले नहीं हैं। संसद व हरियाणा की विधानसभा में कई अन्य ओबीसी वर्ग के नेताओं से उनके द्वारा संपर्क किए जाने संबंधी पूछे सवाल पर राजकुमार सैनी ने कहा कि अंदरूनी रूप से सभी इसके पक्षधर है। 

विधानसभा अध्यक्ष के ओबीसी वर्ग से होने के बावजूद राजकुमार सैनी के बयानों और आंदोलन को उनका निजी बताए जाने संबंधी सवाल पर सैनी ने कहा कि कुछ लोग अपना राजनीतिक नुकसान देखते हैं। साथ ही वह अपने संवैधानिक पद की गरिमा भी रखना चाहते है। इसलिए वह चुप रहते हैं, लेकिन उन्हें अपना पद जाने की कोई परवाह नहीं है। इसलिए उन्होंने अपनी आवाज को गूंगा नहीं किया है।

जाट समुदाय द्वारा लगातार दिल्ली की सप्लाई बंद करने तथा अब रेलवे लाइन पर उतरने बारे उन्होंने कहा कि उनमें भी कुछ खुराफाती लोग हैं, जबकि कुछ समझदार लोग भी उनमें हैं। उन्होंने खाप बारे कहा कि उन्हें आज तक नहीं पता कि कौन सी खाप क्या खप पा रही है। उनके अनुसार उन्हें यह भी नहीं पता कि यह खाप है या खप।