दो दिन मंडी बंद होने से 40 करोड़ का नुकसान

10/6/2015 6:36:29 PM

यमुनानगर,(का.प्र.) : पापुलर के रेट को लेकर दिया गया भारतीय किसान संघ का धरना मंगलवार को दूसरे दिन में प्रवेश कर गया। किसानों के समर्थन में पापुलर आढ़ती संगठन, भारतीय किसान यूनियन, किसान क्लब आए। किसानों ने लकड़ी से भरे वाहन रोक कर वापिस भेजे। रक्षक विहार के नजदीक तो किसानों ने नारेबाजी  भी की। बाहरी राज्यों से लकड़ी नहीं आने के कारण लक्कड़ मंडी में सन्नाटा पसरा रहा। किसानों ने मिलकर लक्कड़ मंडी आने वाले सभी रूटों पर नाके लगाकर लकड़ी से भरे वाहनों को रोकना जारी रखा।

मंगलवार को बहुत कम ही लकड़ी से भरे वाहन आए, जो भी लकड़ी से भरे वाहन आए, उन्हें किसानों ने रोककर वापस भेज दिया। भारतीय किसान संघ की ओर से उत्तर प्रदेश हरियाणा की सीमा पर चंडीगढ़ रुड़की नेशनल हाईवे 73 पर कलानौर नाके के पास संघ के जिला प्रधान रामबीर चौहान की अध्यक्षता में किसानों ने लकड़ी से भरी ट्रालियां व अन्य वाहन रोके  और उन्हें वापिस सहारनपुर की ओर भेज दिया। इस दौरान कुछ ट्रैक्टर चालकों और लकड़ी मालिकों ने विरोध जताया, लेकिन किसानों के आग्रह पर अधिकतर वाहन चालक मान गए। खजूरी रोड पर राजकुमार व मदन भगत अन्य किसानों के साथ लकड़ी से भरी ट्रालियां रोकीं। जगाधरी अंबाला रोड पर रक्षक विहार नाका के पास विश्वास शर्मा, पिंटू राणा, नीरज गोस्वामी की अध्यक्षता में नाका लगाया लकड़ी से भरे वाहन रोके गए।
जगाधरी-पांवटा साहिब एनएच 73 ए पर प्रदेश वरिष्ट उपाध्यक्ष रतन सिंह देवधर की अध्यक्षता में वाहन रोके गए। सहारनपुर-कुरुक्षेत्र स्टेट हाईवे पर जोडिय़ा नाके पर भारतीय किसान यूनियन (गुणी प्रकाश गुट) के जिलाध्यक्ष सुभाष धौडंग के नेतृत्व में किसानों ने लकड़ी से भरे वाहन रोके। बी.के.डी. रोड (बूडिय़ा खदरी देवधर) पर सुरेश कनालसी की अध्यक्षता में किसान नाकाबंदी कर लकड़ी से भरी ट्रालियां और वाहन रोके गए। मौके पर बलजीत सिंह, सुखबीर सिंह, विक्रम सिंह, राजेश, कृष्ण, रामबीर सिंह, जान सिंह, मोहन सिंह, राजपाल के साथ यूनियन के अन्य सदस्य मौजूद रहें। 
 
दो वर्षों से गिर रहे पापुलर के दाम
 
संघ के प्रधान रामबीर चौहान ने कहा कि पिछले दो सालों में पापुलर का रेट 12 सौ रुपये से घटकर मात्र चार सौ रुपये पहुंच गया। पापुलर का दाम कम मिलने से किसानों को भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। उनकी मांग है कि पापुलर का रेट 12 सौ रुपये प्रति क्विंटल किए जाए। इसके साथ ही आढ़तियों द्वारा लकड़ी पर की जा रही अवैध काट बंद हो। जिला प्रधान रामबीर सिंह ने कहा अगर सरकार ने पॉपुलर के भाव के खिलाफ जल्द कोई कार्रवाई  नहीं की तो यह आंदोलन उग्र रूप धारण कर सकता है, जिसकी सारी जि मेदारी प्रशासन व सरकार की होगी। धरना स्थल पर सुरेश कनलसी,मोहकम सिंह दड़वा, सुभाष गुर्जर, पंडित परदुमन सिंह, कपिल राणा, रविंद्र सिंह,शीशपाल सिंह, संजू प्रधान, कुतुबपुर मेघराज न बरदार, जसबीर सिंह उमेश शर्मा,जॉनी आदि उपस्थित रहे।
 
मजदूर बेकार बैठे हैं
 
किसानों की हड़ताल से दो दिन में लगभग 40 करोड़ रुपये का नुकसान बताया जा रहा है। जिले में 1157 यूनिट, 312 प्लाईवुड फैक्ट्री, 274 पीलिंग मशीन, 56  चीपर टोका मशीन, 505 आरा मशीन है। इसके साथ ही हजारों की संख्या में श्रमिक बेकार हो गए। मजदूर बेकार बैठे हैं उनके घर के चूल्हे बंद होने को हैं। सात सौ से अधिक लक्कड़ आढ़ती सप्लाई देते हैं। इन फैक्ट्रियों में प्रतिदिन चार लाख क्विंटल लकड़ी की खपत होती है। एक दिन में 20 करोड़ रुपये का व्यापार किया जाता है। मंडी में लकड़ी की आवक न होने से दो दिन में करीब 40 करोड़ रुपये का नुकसान है।