स्वास्थ्य मंत्री का पुतला फूंका

2/12/2019 12:08:36 PM

यमुनानगर (त्यागी): राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत अपनी सेवाएं दे रहे कर्मचारियों ने हड़ताल के 7वें दिन शहर से रोष मार्च निकालते हुए स्वास्थ्य मंत्री की शवयात्रा निकाली व शिवाजी चौक पहुंचकर मंत्री का पुतला दहन किया। आए दिन हड़ताल पर बैठे एन.एच.एम. कर्मियों की संख्या बढ़ रही है। सोमवार को स्टेट यूनियन द्वारा मुंडन भी विरोध स्वरूप करवाए गए और जल्द ही यमुनानगर में भी कर्मचारी मुंडन करवा सकते हैं। एन.एच.एम. की हड़ताल के चलते स्वास्थ्य सेवाएं लगातार प्रभावित हो रही हैं। सोमवार को भी हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों की संख्या लगभग 280 थी। अब जब इतनी भारी संख्या में कर्मचारी हड़ताल पर बैठेंगे तो स्वाभाविक रूप से स्वास्थ्य सेवाओं पर तो प्रभाव पड़ेगा ही, वहीं दूसरी ओर अस्पताल प्रशासन का कहना है कि स्वास्थ्य सेवाओं पर कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा है। 

सरकार एन.एच.एम. कर्मियों की मांगों को लेकर नहीं है गंभीर 

सोमवार को एन.एच.एम. के करीब 280 कर्मचारियों ने अस्पताल परिसर में धरना देते हुए जमकर सरकार विरोधी नारेबाजी की। सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार उनकी मांगों को लेकर गंभीर नहीं है, जिस कारण कर्मचारियों का रोष बढ़ता जा रहा है। सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ हड़ताल पर आए एन.एच.एम. कर्मियों का कहना था कि उनकी हड़ताल के चलते स्वास्थ्य सेवाएं लगभग ठप्प पड़ी हैं। जिले के सभी स्टाफ नर्स के हड़ताल पर बैठने से लेकर लेबर रूम तक खाली पड़े हैं जिससे गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी नहीं हो पा रही है।

आर.एन.टी.सी.पी. कार्यक्रम के सभी कर्मचारी भी हड़ताल में शामिल हो गए हंै, जिससे जिले भर के अंदर टी.बी. के मरीज पूरी तरह से प्रभावित हो रहे हंै। इसी तरह आर.टी.एस. कार्यक्रम के अंतर्गत लगाए गए सभी ड्राइवर व ए.एम.टी.वी. भी धरना स्थल पर मौजूद रहे, जिससे एम्बुलैंस सेवाएं भी बाधित हुई। के.एम.सी. कार्यक्रम के अंतर्गत लगी हुई महिला कर्मचारी भी धरना स्थल पर बैठकर हड़ताल में सहयोग कर रही हैं, जिससे नवजात शिशुओं को मिलने वाली आपातकालीन सेवाएं बाधित हो रही हैं। इसी तरह एन.एच.एम. कर्मचारियों द्वारा दी जाने वाली विभिन्न प्रकार की सेवाएं पिछले 7 दिन से बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं।

इसे बावजूद सरकार अभी भी अपने अडिय़ल रवैया पर अड़ी हुई है और आम जनता व कर्मचारियों को हो रही परेशानियों की कोई सुध नहीं ले रही है, जिसके चलते कर्मचारियों में सरकार के खिलाफ रोष बढ़ता जा रहा है। आज की हड़ताल में शामिल कर्मचारियों ने कहा कि जब तक उनकी मांगें नहीं मान ली जाती तब तक हड़ताल खत्म नहीं होगी। 

नोटिस की नहीं है परवाह 

धरने पर बैठे एन.एच.एम. कर्मचारियों को कई शहरों में नोटिस दिए जाने की बात पर जिला प्रधान अमित का कहना है कि उन्हें किसी प्रकार का कोई नोटिस अस्पताल प्रशासन की ओर से नहीं मिला है। यदि मिलता है तो वे उसका भी स्वागत करेंगे। 

Deepak Paul