कर्मचारियों ने केंद्र व राज्य सरकारों की श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ किया प्रदर्शन

8/9/2020 4:38:43 PM

गोहाना (सुनील जिंदल) : केंद्र व राज्य सरकारों की श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ गोहाना में सर्व कर्मचारी हरियाणा व जन संघष मंच हरियाणा के बैनर तले सभी विभागों के कर्मचारियों ने अपने अपने तरीके से सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया इस दौरान कर्मचारियों ने कहा मजदुर वर्ग पर लगातार बढ़ते हमलों के बिच आई कोरोना महामारी के दौरान मोदी सरकार सार्वजनिक क्षेत्र को बेचने श्रम कानूनों को खत्म करने जा रही है। इसकी के चलते आज पूरे देश में कर्मचारियों में रोष है। आज के दिन1942 में भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत हुई थी और आज केंद्र व राज्य सरकारों की श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ गोहाना में कर्मचारी शांति पूर्ण तरिके से शहर में प्रदर्शन कर सत्यग्रह कर रहे है। 

वहीं इस दौरान कर्मचारियों ने सरकार से मांग की की श्रम कानूनों में किये गए सभी मजदुर विरोधी संसोधन तत्काल रद किये जाये विभिन राज्य सरकारों दवारा कार्य दिवस 12 घंटे किये जाने का मजदुर विरोधी फैसला रद्द किया जाये da और dr की डॉ फ्रिज करने और pf में कटौती करने का आदेश वापस लिया जाये न्यूनतम वेतन 25 हजार रुपए किया जाये इसके साथ साथ सभी बेरोजगारों को 15 हजार मासिक बेरोजगरी भत्ता दिया जाये लोकडाउन की अवधि के दौरान सभी मजदूरों को पूरा वेतन दिया जाये कोरोना काल में निकाले गए मजदूरों व् कर्मचारियों को काम पर वापस लिया जाने की मांग की वही दूसरी और सर्व कर्मचारियों हरियाणा के बैनर तले कर्मचरियो ने कहा महात्मा गाँधी ने जो आज के दिन अंग्रेजो के खिलाफ सत्या ग्रह सुरु किया था इसी की 78 वि वर्ष गाठ पर आज कर्मचारी सत्या ग्रह कर रहे है ठेका प्रथा खत्म करने सार्वजनिक क्षेत्र को बेचने,श्रम कानूनों को खत्म करने 1983 PTI समेत 10, 000 कर्मचारियों को बहाली की मांग। 

यमुनानगर (सुरेंद्र मेहता) : हरियाणा के यमुनानगर में उत्तर रेलवे मजदूर यूनियन के सदस्य जगाधरी वर्कशॉप कारखाना के मुख्य गेट पर कर्मचारी विरोधी नीतियों को लेकर विरोध प्रदर्शन के लिए एकत्रित हुए जिसमें उन्होंने भारत सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों का खुलकर विरोध करते हुए नारेबाजी की। उत्तर रेलवे मजदूर यूनियन के मंडल सचिव  भूपिंदर सिंह संधू ने बताया कि पूरे भारत में आज के दिन सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों के विरुद्ध मोर्चा खोला गया है। 

फतेहाबाद (रमेश भट्ट) : अपनी मांगों को लेकर देशव्यापी जेल भरो आंदोलन व सत्याग्रह के तहत फ़तेहाबाद में विभिन्न संगठनों ने किया सत्याग्रह, पटवार भवन में बडी संख्या में एकत्रित हुए संगठनों के लोग, प्रदर्शन मार्च और गिरफ्तारी देने का कार्य्रकम एक पुलिसकर्मी की मौत के कारण बीच मे हुआ रद्द, प्रशासन की अपील पर स्थगित किया गया कार्यक्रम, सत्याग्रह में बड़ी संख्या में महिलाएं भी हुई शामिल, सत्याग्रह में सी.आई.टी.यू सहित बड़ी ट्रेड यूनियनें, किसान संगठन, खेत मजदूर यूनियन, देहाती मजदूर सभा सहित अनेक संगठन हैं शामिल, सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त के साथ प्रशासन ने पुख्ता तैयारियां की हुई थीं।

रविवार 9 अगस्त को आज विभिन्न किसान संगठनों, सी.आई.टी.यू सहित बड़ी ट्रेड यूनियनों, विभिन्न कर्मचारी फेडरेशन और अन्य संगठनों द्वारा बुलाये गए देशव्यापी जेल भरो आंदोलन व सत्याग्रह के कार्यक्रम के तहत फ़तेहाबाद में आज संगठनों द्वारा सत्याग्रह किया गया। फ़तेहाबाद में उक्त सभी संगठन के लोग पटवार भवन में एकत्रित हुए और सरकार के खिलाफ अपनी मांगों और लाये गए जनविरोधी अध्यादेशों के खिलाफ आवाज बुलन्द की।

भिवानी (अशोक भारद्वाज) : भिवानी में आज 11 ट्रेड यूनियन, कर्मचारी, मजदूर ,किसान संगठनों के द्वारा संयुक्त रुप से सत्याग्रह एवं जेल भरो आंदोलन किया गया। आंदोलन के तहत  शहर के अनेक चोक चौराहों पर कर्मचारी संगठनों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध किया।  इस विरोध प्रदर्शन में अनेक कर्मचारी, मजदूर किसान संगठनों से जुड़े हुए कार्यकर्ता शामिल रहे । गौरतलब है कि इस राष्ट्रीय स्तर के आंदोलन को लेकर कर्मचारी संगठनों के द्वारा पहले से ही सरकार व स्थानीय प्रशासन को अल्टीमेटम दे दिया गया था कि 9 अगस्त को प्रत्येक जिला हेडक्वार्टर पर जेल भरो आंदोलन रहेगा। जिसमें अनेक मांगों को लेकर आवाज उठाई जाएगी । उसी के तहत आज 9 अगस्त को भिवानी में हजारों की संख्या में कर्मचारी, मजदूर, किसान व ट्रेड यूनियन सहित अनेक संगठनों के द्वारा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला गया और सरकार को 14 अगस्त तक का अल्टीमेटम दिया गया है कि यदि सरकार ने समय रहते हुए मजदूर किसान व कर्मचारी की आवाज को नहीं सुना तो उनका आंदोलन 14 अगस्त को जेल भरो आंदोलन एक ताकत के साथ रहेगा। जिसका सामना प्रदेश सरकार को करना होगा ।

विरोध प्रदर्शन में कर्मचारी नेता सुख दर्शन सरोहा, ईश्वर कुमार शर्मा ,राजेश लाम्बा व बल्लू बामला ने कहा कि आज का विरोध प्रदर्शन तमाम कर्मचारी संगठन ,मजदूर ,किसान ,आशा वर्कर सहित अनेक संगठनों के द्वारा यह विरोध प्रदर्शन किया गया है। कहा कि सरकार 3 अध्यादेश को वापस ले और कोरोना की आड़ में अनेक विभागों को बेचने की तैयारी जो कर रही है इस मंसूबे को सरकार बदलने का काम करें। उन्होंने कहा कि एक भी विभाग को निजी हाथों में नहीं जाने दिया जाएगा । वही साथ में उन्होंने 1983 पीटीआई अध्यापकों के बहाली को लेकर भी सरकार को 14 अगस्त तक का अल्टीमेटम दिया है कि यदि सरकार ने 14 अगस्त तक पीटीआई अध्यापकों की आवाज को नहीं सुना तो 14 अगस्त को शिक्षक तालमेल कमेटी के द्वारा जेल भरो आंदोलन शुरू होगा । कहा की सरकार कोरोना की आड़ लेकर सभी महकमों को बेचना चाहती है। हमारे संगठन इस बात को किसी भी हद तक सिरे नहीं चढ़ने देंगे ।इसलिए सरकार इन तमाम बातों पर अपना विचार करें। 

पलवल (गुरुदत्त गर्ग):   सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के तत्वावधान में अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी फेडरेशन  से जुड़े कर्मचारियों ने सार्वजनिक क्षेत्र में काम कर रहे कर्मचारियों के जनतांत्रिक अधिकारों, श्रम कानूनों एवं संस्थाओं को बचाने तथा  पुरानी पेंशन , बर्खास्त 1983 पीटीआई, तथा  रोके गए डीए एवं एलटीसी को बहाल करने तथा ठेका प्रथा खत्म करके कर्मचारियों को नियमित करने की मांग को लेकर के सत्याग्रह आंदोलन किया गया।

 

Edited By

Manisha rana