हत्या के आरोपियों को फांसी दिलवाने के लिए सड़कों पर उतरे लोग

9/30/2016 3:52:08 PM

यमुनानगर (सतीश): आजाद नगर निवासी नीरज की मौत से गुस्साए सैंकड़ों लोगों ने शव लेकर हाईवे पर जाम लगा दिया। परिजन व लोग 4 आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से नाराज थे। प्रदर्शनकारियों ने बैनर लेकर गिरफ्तारी की मांग की, वहीं हरियाणा पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारी पहले जिम्मीदारा पम्प के पास हाईवे पर बैठ गए। इसके बाद जगाधरी अनाज मंडी के बाहर हाईवे पर जाम लगा दिया। मंडी में गुरुवार शाम को सी.एम. ने राज्य स्तरीय अग्रसैन जयंती कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि पहुंचना था। इतनी भीड़ देख पुलिस व प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। पुलिस के अधिकारी व कर्मचारी प्रदर्शनकारियों के साथ चल रहे थे। दिक्कत इसलिए भी बढ़ गई कि अधिकतर पुलिस कर्मचारी सी.एम. ड्यूटी में मौजूद थे जबकि प्रदर्शनकारियों की भीड़ पुलिस से कहीं अधिक थी। करीब 12 बजे प्रदर्शनकारियों ने जाम लगा दिया। गुस्सा इस बात को लेकर था कि मामले के आरोपी श्रवण व शालू को गिरफ्तार नहीं किया। वहीं, अधिकारियों सहित सैंकड़ों लोग जाम में फंस गए। एस.पी. के आश्वासन पर दोपहर में परिजन व प्रदर्शनकारी वापस लौट गए।

 

पी.जी.आई. में हुई मौत
आजाद नगर निवासी नीरज ने 26 सितम्बर को जुआ खेलने वाले लोगों के खिलाफ आवाज उठाई थी। आरोप है कि उक्त लोगों ने पीट-पीटकर उसे अधमरा कर दिया। गम्भीर हालत में उसे पी.जी.आई. रैफर कर दिया। 28 सितम्बर को उसने दम तोड़ दिया। शहर पुलिस ने इस मामले में 8 लोगों को आरोपी बताया था। पुलिस के मुताबिक 4 लोगों की गिरफ्तारी हो गई है। वहीं, परिजनों का कहना है कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं दी गई। पुलिस ने तर्क दिया कि वह पी.जी.आई. थे। ऐसे में कहीं न कहीं कम्युनिकेशन गैप रह गया। 

 

मामले की हो रही अनदेखी
प्रदर्शन में युवा व महिलाएं अधिक थी। आजाद नगर से पैदल चलते हुए कन्हैया साहिब चौक से जगाधरी अनाज मंडी तक करीब 700 से अधिक लोग पहुंचे। हाईवे से गुजर रही महिलाओं ने कहा कि वह इंसाफ के लिए बलि भी दे देंगी। इस पूरे मामले में पुलिस ने अनदेखी की है, क्योंकि नीरज ने जुल्म के खिलाफ आवाज उठाई थी। वह तो जिले का भी नहीं था। बावजूद इसके बढ़ रही दिक्कत पर आवाज उठाई थी। इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है। 

 

4 आरोपियों को किया गिरफ्तार : एस.पी. 
प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने कन्हैया चौक पर रोकने का प्रयास किया लेकिन युवा पुलिस को अनदेखा करते हुए आगे निकल गए। डी.एस.पी. हैड क्वार्टर आदर्श दीप सिंह व कई थानों के एस.एच.ओ. उनके साथ-साथ चल रहे थे। एस.पी. मनीष चौधरी कार से प्रदर्शनकारियों के पीछे चल रहे थे। जैसे ही प्रदर्शनकारी मंडी गेट पर जाम लगाने के लिए इकट्ठे हुए तो एस.पी. मनीष चौधरी ने माइक लेकर मौका सम्भाल लिया। उन्होंने कहा कि बुखार होने की वजह से वह 3 दिन छुट्टी पर थे। जैसे ही मामले का पता चला तो वह स्वयं पहुंच गए। सम्बंधित एस.एच.ओ. से उन्होंने रिपोर्ट ली है जिसके मुताबिक आरोपी विक्की, मन्नी, जितेंद्र व मन्नू यादव की गिरफ्तारी हो चुकी है।

 

मृतक के भाई ने मांगी सुरक्षा
मृतक नीरज को कांधा दे रहे उनके भाई संजय उर्फ भोला ने एस.पी. को अपनी जान का खतरा होने बारे बताया। एस.पी. ने तुरंत उन्हें सुरक्षा के लिहाज से पुलिस कर्मी मुहैया करवा दिया।