प्रधानाचार्या करता था ऐसी हरकत...छात्रा ने खोली पोल (Watch Pics)

7/26/2016 4:12:49 PM

यमुनानगर (हरिंदर सिंह): देश के प्रधानमंत्री लड़कियों को पढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं और आए दिन बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ को लेकर न जाने क्या-क्या कर रहे हैं। यमुनानगर के जगाधरी स्थित एक मान्यता प्राप्त स्कूल में लडकियों से टीचर क्या रवैया अपनाते है, जब यह लड़कियों की जुबानी सुना तो रूह कांप उठी।

 

जानकारी के अनुसार यहां ज्ञान की गंगा कहे जाने वाले स्कूल के प्रधानाचार्या ने लड़कियों को प्रार्थना के समय घर गृहस्थी के बारे में बातें बताई। यहां तक कि अगर कोई लड़की जीन पहनकर स्कूल में आए तो उस पर भी तंज कसना यह सब होता है। 

 

यही नहीं छात्राओं ने तो प्रधानाचार्या पर ऐसे आरोप लगाए हैं कि अगर लड़की जीन पहन कर आती है तो वह मजबूर हो जाते हैं। ऐसे आरोप हैं कि अगर मां-बाप यह सब सुन ले तो न जाने क्या हो जाए। यह बातें यहीं पर आकर नहीं रुकी लड़कियों के अच्छे नंबरों के लिए प्रधानाचार्या ने एक लड़की को बाल पकड़ कर उसके थप्पड तक जड़ दिए और जब इस बात का विरोध हुआ तो लड़की का स्कूल से नाम काटने की धमकी तक दे दी। इस प्रधानाचार्या की बातों को लेकर स्कूल में विरोध के सुर उठने शुरू हो गए। आनन-फानन में मैनेजमेंट ने इस बात को तो दबा दिया, लेकिन जैसे-तैसे यह बात बाहर निकल आई और बात मीडिया तक भी पहुंच गई।

 

लडकियों के साथ हुई ऐसी घटना के बाद कई लड़कियों के मां-बाप स्कूल में भी आए और मैनेजमेंट ने उन्हें समझा दिया, लेकिन जब मीडिया ने इस मामले में मैनेजमेंट से बात की तो उनका क्या कहना था, सुनकर आप हैरान हो जाएंगे। दरअसल जिस संस्था का यह स्कूल है, वहां के मैनेजर का कहना है कि लड़की को बालों से पकड़ कर उसे बाहर नहीं निकाला, लेकिन बार-बार जब प्रिंसीपल छात्रा को बाहर जाने के लिए कह रहे थे तो आखिरकार गुस्सा तो आ ही जाता है। 

 

उन्होंने बातों ही बातों में यह भी मान लिया कि स्कूल में प्रार्थना के समय लड़कियों को बच्चे पैदा करने की बात नहीं बल्कि प्रिंसिपल उन्हें यह कहते थे कि घर गृहस्थी की बातें तो बाद में भी हो जाएगी पहले पढ़ लिख लो, लेकिन इस घटना के बाद प्रिंसिपल स्कूल में नहीं आए। जबकि लड़कियों के साथ ऐसी बातें करने के लिए मैनेजमेंट ने प्रिंसिपल को साफ मना दिया है। हालांकि मैनेजमेंट प्रिंसिपल को सामने तो नहीं ला रही लेकिन इन्हें रिटायर्ड जिला शिक्षा अधिकारी जरूर बता रही है। अब सवाल उठता है कि अगर इतना बड़ा मामला स्कूल में हुआ तो मैनेजमेंट ने कार्रवाई  क्यों नहीं करवाई? क्या यही मोदी का मिशन बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ है?