3 साल में किसान की दशा लगातार हुई खराब : शैलजा

6/18/2017 1:55:42 PM

यमुनानगर(त्यागी):राज्यसभा सदस्य व पूर्व केन्द्रीय मंत्री कुमारी शैलजा ने कहा कि वर्तमान सरकार में किसानों की जो दुर्दशा हुई है ऐसी पहले कभी नहीं हुई थी। कुमारी शैलजा कांग्रेसी नेता चौ. नरपाल सिंह के निवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रही थी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में किसानों पर गोलियां चलवाकर सरकार ने अपना असली चेहरा दिखा दिया है। जो किसान शांति पूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे थे उन किसानों पर सरकार ने अत्याचार किया। स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू नहीं किया जा रहा है जबकि चुनाव से पहले यही लोग इस रिपोर्ट को लागू करने को लेकर आंदोलन कर रहे थे। 

हालांकि स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट कांग्रेस के कार्यकाल में आई थी लेकिन भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में इसे लागू करने की बात कही थी। ‘सबका साथ-सबका विकास’ करने वालों की पोल खुल चुकी है और यह दावा खोखला साबित हो रहा है। 3 साल में किसान की हालत बद से बदतर हो चुकी है। देश को आगे बढ़ाने का दावा भी खोखला साबित हो रहा है। देश की अर्थव्यवस्था सही नहीं है। यदि देश की अर्थ व्यवस्था सही होती तो आज किसानों का यह हाल न होता। हालांकि कर्ज माफी किसानों का स्थायी हल नहीं है लेकिन यह समय की जरूरत है। प्रदेश में भी सरकार हर मोर्चे पर असफल है। 

उन्होंने कहा कि यू.पी.ए. सरकार ने किसान के साथ साथ हर वर्ग खुश था। किसी वर्ग पर कोई अत्याचार यू.पी.ए. सरकार ने नहीं किया। राष्ट्रपति चुनाव को लेकर उनका कहना था कि भाजपा नेता के पास राष्ट्रपति चुनाव को लेकर न तो कोई नाम है और न कोई ठोस रणनीति, बावजूद इसके विपक्ष के नेताओं से मिला जा रहा है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति नेता के चुनाव को लेकर वे गंभीर है। लोकसभा व राज्यसभा के चुनाव को एक ही समय पर करवाने की बात को लेकर उनका कहना था कि ऐसा संभव नहीं है। भाजपा बिना किसी कारण के ही इस प्रकार की बात कर रही है। यदि ऐसा संभव है तो लोकसभा चुनाव के साथ यू.पी. के विधानसभा चुनाव भी करवा दिए जाने चाहिएं। क्या भाजपा ऐसा कर पाएगी।