व्यापारियों ने मांगा 15 हजार करोड़ का पैकेज

2/24/2016 10:36:38 PM

यमुनानगर (सुमित अॉबरोय/हरिंदर सिंह) : आज यहां व्यापारियों की बैठक में कहा गया कि जाट आरक्षण के दौरान हरियाणा में उपद्रवियों द्वारा व्यापारियों, माॅल, दुकान, स्कूल, काॅलेज, ढ़ाबे फैक्ट्रियां आदि में जो तोड़फोड़ की गई है। वह बेहद निंदनीय है। इसकी जितनी निंदा की जाए कम है। 

वक्ताओं ने कहा कि आज हरियाणा सरकार व्यापारी वर्ग को सुरक्षा देने में पूरी तरह से विफल साबित हुई है। सरकार व्यापारी की आवाज नहीं सुन रही है। समय—समय पर हरियाणा में व्यापारी वर्ग के साथ लूटपाट, डकैती हो रही है। आज हरियाणा का व्यापारी पूरी तरह से अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहा है। बैठक में तय किया गया कि आल इण्डिया उद्योग व्यापार मण्डल और इण्डिया ट्रेडर्स के राष्ट्रीय महामन्त्री प्रवीण खण्डेलवाल की अध्यक्षता में हरियाणा का प्रतिनिधिमण्डल के साथ व्यापारियों के हुए नुक्सान की भरपाई के लिए भारत के गृहमन्त्री राजनाथ सिंह से मिलकर मांग करेंगे कि भारत सरकार पीड़ित व्यापारियों व आम जनता के लिए तुरन्त प्रभाव से 15 हजार करोड़ का एक पैकेज दें, ताकि हरियाणा का व्यापारी जो जाट आरक्षण में बिल्कुल खत्म हो चुका है दुबारा उठने का प्रयास करे। 

आल इण्डिया उद्योग व्यापार मण्डल प्रदेश अध्यक्ष महिंदर मित्तल के अनुसार व्यापारी  आज सड़कों पर आ गए है। उन्हें दो वक्त की रोटी मिल सके व दोबारा अपने कारोबार को खड़ा कर सके। सरकार तुरन्त प्रभाव से व्यापारी वर्ग के नुक्सान की भरपाई के लिए यह पैकेज दे। पीड़ित व्यापारी व दुकानदारों के बैंक लोन तुरन्त माफ कर उन्हें राहत दे।

इस आन्दोलन के दौरान जो भी व्यक्ति इसमें शिकार हुआ है उन्हें मुआवजा दे। जिनका नुक्सान हुआ है उसके लिए हरियाणा सरकार तुरन्त मुआवजे के साथ उनके बच्चों को सरकारी नौकरी देने की घोषणा करे। जिन उपद्रवियों द्वारा हरियाणा में लगभग 7 से 8 हजार के करीब दुकानें जलाई गई हैं तथा लूट की गई, उन्हें चिन्हित कर उनपर देशद्रोह का मुकदमे किए जाए।