न जैनरेटर और न इन्वर्टर, बस अड्डा बना अन्य वाहनों का पार्किंग स्थल

1/23/2019 10:50:00 AM

यमुनानगर (त्यागी): बस स्टैंड जोकि एक सार्वजनिक स्थान है, ऐसे में भी यदि रात को बिजली की उचित व्यवस्था न हो तो ऐसे प्रशासन की लापरवाही ही कहा जाएगा। सोमवार की रात जगाधरी बस स्टैंड का कुछ ऐसा ही हाल था। लाइट चली जाने पर बस स्टैंड प्रशासन के पास बिजली की शायद कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं है। जिस कारण पूरा बस अड्डा अंधेरे में डूबा था। यहां खड़े यात्रियों का कहना था कि बिना बिजली के तो यहां खड़े होने में भी डर लगता है।

एक तो इस बस अड्डे पर कोई स्टाफ नहीं होता और न ही यहां कोई पुलिस चौकी है। अव्यवस्थाओं का बोलबाला यदि कहीं देखना हो तो वह जगाधरी का बस अड्डा है। यह बस अड्डा बसों के लिए नहीं बल्कि कारों व मोटरसाइकिलों का अड्डा बना दिखाई देता है। पूरे बस अड्डे में कारों व मोटरसाइकिलों की पार्किंग दिखाई देती है, जबकि बस अड्डा प्रशासन द्वारा बस अड्डे के पीछे ही पार्किंग बनाई हुई है। लोग इस पार्किंग में अपने वाहन न खड़े करके बस अड्डे में ही खड़े करते है और इन्हें कोई रोकने टोकने वाला नहीं।

इससे पूर्व यहां किसी न किसी कर्मचारी की तैनाती की जाती थी, लेकिन अब यहां कोई ऐसा कर्मचारी तैनात नहीं है जो वाहन चालकों को अंदर आने जाने से रोका या फिर वाहन खड़ा करने से मना करे। इसी प्रकार जब रात को लाइट चली जाती है तो ऐसे में पूरा बस अड्डा अंधेरे में डूब जाता है। यहां शायद न तो किसी जैनरेटर की व्यवस्था है और न ही किसी इन्वर्टर की। ऐसे में यात्रियों की सुरक्षा भी दाव पर लगती है। यात्रियों का कहना है कि बस स्टैंड पर लाइट गुल होने पर उन्हें सुरक्षित रहने के लिए बाहर सड़क पर आकर खड़ा होना पड़ता है, जबकि उन्हें बस अड्डे में अधिक सुरक्षित महसूस किया जाना चाहिए।  

क्या कहते हैं अधिकारी

इस सम्बंध में यमुनानगर बस अड्डा के इंचार्ज रोशन शर्मा ने बताया कि पूर्व में तो उन्होंने यहां एक कर्मचारी तैनात किया था लेकिन इस संबंध में वे जी.एम. से बात करेंगे। इसी प्रकार बस अड्डे में लाइट को लेकर उनका कहना था कि वैसे तो बस अड्डे में जैनरेटर है, हो सकता है वह खराब हो। इस बारे में जी.एम. ही कुछ बता सकते हैं और जब जी.एम. से बात करने की कोशिश की गई तो उनसे बात नहीं हो सकी। 

Deepak Paul