सुरक्षित नहीं ए.टी.एम., गार्ड तो दूर, डैबिट कार्ड स्वैप सिस्टम भी खराब

5/20/2019 1:28:28 PM

यमुनानगर(सतीश): जिले में कुल 198 ए.टी.एम. हैं जिनमें से 80 फीसदी पर सुरक्षा गार्ड नहीं हैं। दिन में तो कुछ ए.टी.एम. पर गार्ड दिखाई देते हैं लेकिन रात में इनकी ड्यूटी नहीं लगती। 95 प्रतिशत ए.टी.एम. डोर पर लगा डैबिट कार्ड स्वैप सिस्टम खराब पड़ा है या फिर है ही नहीं।लोगों की सुविधा के लिए जगह-जगह लगाए गए ए.टी.एम. से रुपए निकालने व इनकी सुरक्षा का कोई नियम नहीं है। बैंकों में एक साथ 4-5 लोग घुसे रहते हैं। 

बीमा कराकर जिम्मेदारी से भाग रहे बैंक
बैंक अधिकारियों के मुताबिक, बैंकों के ए.टी.एम. और उनकी सुरक्षा का पूरा जिम्मा बीमा कंपनियों पर है। सरकारी बैंकों के अधिकारी ए.टी.एम. मशीनों और उसमें उपलब्ध कैश का बीमा करवा कर रखते हैं। उसके बाद इन ए.टी.एम. पर गार्ड तक नहीं लगाए जाते। 80 प्रतिशत ए.टी.एम. पर सिक्योरिटी गार्ड नहीं है। हालांकि निजी बैंकों के ए.टी.एम. पर भी गार्ड नहीं रहते। 

रादौर में उखाड़ ले गए थे ए.टी.एम.
2 साल पहले रादौर में एक ट्रैक्टर पर आए बदमाशों ने पहले तो पी.एन.बी. बैंक के सी.सी.टी.वी. तोड़े। उसके बाद रस्से से ए.टी.एम. मशीन बांधकर उसे ट्रैक्टर से बांधकर उखाड़ कर ले गए थे। उसमें लाखों रुपए थे। इसका खुलासा आज तक नहीं हुआ। उखाड़े जाने के 3 दिन बाद यह ए.टी.एम. पश्चिमी यमुना नहर में खाली पड़ी मिली थी। जगाधरी में यूनियन बैंक की ए.टी.एम. को गैस कटर से काट दिया गया था लेकिन स्मोक सैंसर एक्टीवेट होने से चोर भाग निकले।

एक साल पहले कन्हैया साहिब चौक के निकट एच.डी.एफ.सी. बैंक का ए.टी.एम. तोड़ा गया था। ए.टी.एम. कक्ष में शिकायत नंबर भी नहीं शहर में लगे कई ए.टी.एम. में किसी भी प्रकार की शिकायत के लिए संपर्क नंबर नहीं लिखे हैं। अगर ए.टी.एम. कार्ड मशीन में फंस जाए, खाते से पैसे डैबिट हो जाए, ए.टी.एम. कार्ड खो जाए या हैंग हो जाए तो उसकी शिकायत किससे की जाए, ऐसा भी ए.टी.एम. कक्ष में जिक्र नहीं है।
 

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