बरसात के मौसम में बिजली पोल धराशायी

7/19/2019 1:38:03 PM

यमुनानगर (नेहा): पिछले सप्ताह तेज हवा के साथ बादलों ने झूमकर बारिश की तो गर्मी से लोगों को राहत तो मिली लेकिन बारिश में शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली के पोल क्षतिग्रस्त हुए जिसकी वजह से कुछ इलाकों में तो अंधेरा ही छा गया। या यूं कहें कि बारिश इतनी तेज रही कि बिजली आपूर्ति ही पूरी तरह से चरमरा गई। बता दें कि जर्जर तारों व खम्भों पर टिकी विद्युत आपूॢत इन दिनों मौसम की अग्निपरीक्षा से गुजर रही है। हल्की बारिश व हवा के झोंकों से बिजली के तारों का टूटना रोजमर्रा की बात हो गई है। यही नहीं दर्जनों विद्युत पोल भी धराशायी हो रहे हैं। कई दिनों से विद्युत सप्लाई बेपटरी हो गई है। निगम की ओर से लोकल फाल्ट दूर करने में भी समय लगा। 

आसपास के क्षेत्रों में लगभग एक सप्ताह से विद्युत आपूर्ति बदहाल है। क्षेत्रवासियों की माने तो उन्हें केवल 7 से 8 घंटे ही बिजली मिल पा रही है। इनका कहना है कि निगम को मोबाइल टीमों का गठन करना चाहिए। शहरी ग्रामीण क्षेत्रों की इन टीमों के नंबर सार्वजनिक करने चाहिए ताकि आपात कालीन में इनकी मदद ली जा सके। मौजूदा समय में तो लोगों का यह आरोप है कि कुछ कर्मी व अधिकारी फोन तक नहीं उठाते। आखिर वे अपनी दिक्कत किससे कहें। बता दें कि बीते सप्ताह चली तेज हवा की वजह से यमुनानगर-जगाधरी व नारायणगढ़ में कुल 122 पोल गिरे, जिनको ठीक करने का काम अभी भी किया जा रहा है। इसके अलावा तेज बारिश में 78 डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर खराब हो गए।

निगम की ओर से जिन्हें रिपेयर करने के लिए भेजा जा रहा है। इसके अलावा 92 11 के फीडरों के पावर सप्लाई ब्रेक डाऊन के चलते बाधित रही। इसके अलावा भी शहर की कई कालोनियों में पोल अपनी जगह से हिलकर झुक चुके हैं, जो कभी भी गिर सकते हैं। अंकित, रोहित व मोहित का आरोप है कि बार-बार शिकायत करने के बाद भी विभाग के कर्मचारी उन्हें ठीक नहीं करवा रहे हैं। इसके बावजूद शिकायत सुनने वाला कोई नहीं है। पिछले दिनों आई तेज हवा व बारिश के कारण जिले भर में कई जगह पेड़ गिर गए जिसकी वजह से उन पेड़ों के सहारे टिकाई गई तारें भी जगह-जगह से टूट गई थी, जिसकी वजह से शहर भर में बिजली सप्लाई दिनभर बाधित रही थी। 

इससे सबक लेते हुए बिजली निगम अधिकारियों की ओर से पेड़ों के सहारे खड़ी बिजली की तारों को हटवाया नहीं गया। थोड़ी सी बारिश होते ही बार-बार ब्रेक डाऊन हो जाता है। अभी तो मानसून की केवल शुरूआत ही हुई है आगे क्या हाल होगा अभी से अंदाजा लगाया जा सकता है। शहरभर में सड़कों किनारे लगी स्ट्रीट लाइटें पेड़ों की टहनियों से ढकी हुई हंै। पूरे शहर में पेड़ों की ट्रीमिंग करवाने की बजाय, बिजली निगम की ओर से केवल कोर्ट रोड पर खड़े उन पेड़ों की ट्रीमिंग करवाई गई जो बिजली के खम्भों को ढक रही थी। ट्रीमिंग करने के बाद कर्मचारी पेड़ों की टहनियों को सड़क के किनारे ही छोड़कर चले गए, जिसकी वजह से इस सड़क  के किनारे ही पेड़ों की टहनियों के ढेर लग गए। जिन्हें उठाने के लिए कोई सफाई कर्मचारी नहीं आया। 

बिजली निगम के एस.ई. योगराज ने कहा कि पिछले सप्ताह हुई बारिश की वजह से बिजली सप्लाई बाधित रही। कई जगह पोल गिरे और डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर भी खराब हुए। खराब ट्रांसफार्मर को खराब हुए थे उन्हें रिपेयर करवाया जा रहा है। कोर्ट रोड पर हुई पेड़ों की ट्रीमिंग के बारे में उन्होंने बताया कि उनके निगम की ओर से ही पेड़ों की ट्रीमिंग करवाई गई है, पेड़ों की टहनियों को उठाने के लिए नगर निगम के सफाई कर्मचारी ही आएंगे। नगर निगम की ओर से सभी क्षेत्रों की सफाई का ठेका ठेकेदारों को दिया गया है।

Isha