राज्य बाल सरंक्षण आयोग टीम ने किया स्कूलों का दौरा, कहा रद्द हो सकती है मान्यता

4/30/2016 4:02:42 PM

यमुनानगर( हरिंदर सिंह): हाईकोर्ट में एक याचिका दायर होने के बाद आज यमुनानगर के निजी स्कूलों के हालात का जायजा लेने के लिए राज्य बाल सरंक्षण आयोग टीम पहुंची। जिसने शहर के दो हाई प्रोफाइल स्कूलों का जायजा लिया लेकिन स्कूलों के हालात देख टीम के गले से कोई भी बात नीचे नहीं उतर रही थी।

 

दराअस्ल स्कूल संचालक अपने किए हुए वादे जिनसे उनके स्कूल को मान्यता मिलती है, उस पर खरे नही उतर रहे थे। ऐसे में बच्चो के हालात को देख टीम ने स्कूल संचालको को जमकर लताड लगाई। ऐसे में स्कूल संचालक कोइ भी सफाई दे पाते उससे पहले ही टीम ने उन्हें ऐसे लताडा कि उनकी बोलती तक बंद हो गई।

 

टीम ने नामी स्कूलों की पानी की टैंकी तक की जांच की और ऐसे में यह भी कहा कि जो गंदा पानी आप इन बच्चों को पिला रहे हो वह क्या आप स्वयं पी सकतें हैं।  जबकि स्कूल की हर तरहा से जांच कर उन्हें फटकार लगाने में टीम ने कोई गुरेज नहीं किया यहा तक टीम ने कहा कि हरियाणा के सभी स्कूलों में जो बस के चालक परिचालक लगाए जाते है उनका पुलिस प्रमाण पत्र भी नही होता और ऐसे में चालक परिचालक कभी भी किसी प्रकार की वारदात को अंजाम देने के बाद असानी से फरार हो सकते है।

 

आयोग की मानें तो कम उम्र में बच्चों को भारी भरकम बैग उनके कंधों पर लाद दिए जाते हैं।जिससे आगे चल कर सरवाईकल जैसे दर्द से बच्चे पीडित हो जाते है। जबकि इतनी किताबों की भी बच्चों को जरूरत नही होती, लेकिन अपने फायदे के लिए स्कूल संचालक भारी भरकम किताबे कापियों को बच्चों को देते है और इसके लिए अब स्कूलों पर सख्ती करने के लिए विशेष अधिकार का गठन किया जा रहा है। इसके लिए सरकार से बातचीत चल रही है। 

 

वही उन्होंने बडे नाम और फिका पकवान जैसे स्कूलों को लताडते हुए कहा कि वह इन स्कूलों को दस दिनों का समय देकर जा रहें हैं और ऐसे में यदि स्कूल संचालको ने बच्चों की देख रेख और स्कूलां में सुधार नही किया तो वह उन स्कूलों की मान्यता को रद्द हो सकती हैं।