सरकार की लापरवाही का खमियाजा भुगत रहे छात्र

punjabkesari.in Tuesday, Apr 23, 2019 - 02:26 PM (IST)

यमुनानगर(त्यागी): अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों ने एक बार फिर लघु सचिवालय पहुंचकर रोष प्रकट किया और बताया कि एक कालेज उनकी फीस को छात्रवृत्ति में से एडजेस्ट नहीं कर रहा है, जिसके चलते 5 छात्र अपनी परीक्षा देने से भी वंचित रह गए। जीरो बैलेंस पर दाखिल हुए इन विद्यार्थियों का कहना था कि जब इन्हें कालेज में दाखिला दिया गया था तब इन्हें बताया गया था कि उनकी कालेज की फीस सरकार द्वारा दी जाने वाली छात्रवृत्ति से काट ली जाएगी लेकिन अब उनसे फीस नकद मांगी जा रही है और वे इस हालत में नहीं है कि कालेज प्रशासन को नकद फीस दें।

ऐसे में कुछ कालेजों ने तो जिला प्रशासन की बात मानते हुए सभी छात्रों को रोल नंबर जारी कर दिए थे और उनका कहना था कि वे फीस को बाद में छात्रवृत्ति में से काट लेंगे।अब एक कालेज इस बात पर अड़ गया कि उसे तो फीस नकद ही चाहिए, जबकि छात्रों व उनके अभिभावकों का कहना है कि वे नकदी फीस नहीं दे सकते, क्योंकि उन्हें पहले ऐसा आश्वासन मिला था कि उन्हें फीस भरने की जरूरत नहीं है। अचानक उनसे फीस मांगकर उनके परिजनों पर आर्थिक संकट डाल दिया गया है, जिससे उनके परिजन भी तनाव में हैं।

जिन 5 छात्रों के रोल नंबर नहीं जारी किए गए और वे इसी चक्कर में अपनी परीक्षा भी नहीं दे सके, उन छात्रों का अब 1 साल खराब होता दिखाई दे रहा है। हालांकि जिला उपायुक्त ने उन्हें यह भी आश्वासन दिया है कि वे कुछ ऐसी व्यवस्था करवाएंगे जिससे छात्र इस परीक्षा को दोबारा से अभी दे सकेंगे। अब देखना यह है कि जिला उपायुक्त का यह प्रयास क्या छात्रों का एक साल बचा पाता है या फिर छात्रों की जो परीक्षा छूट गई है उसे अगले वर्ष देना होगा। 


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kamal

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