एक माह में रेलवे वर्कशाप में तीसरा हादसा, सहमे हुए हैं रेलकर्मी व उनके परिवार

6/25/2019 2:34:30 PM

यमुनानगर (सतीश) : इस माह में उत्तर रेलवे जगाधरी वर्कशाप में 3 हादसे हो चुके हैं। सबसे पहले 6 जून को सी.आर. लिङ्क्षफ्टग में हुए हादसे में 2 रेलकर्मी गंभीर घायल हुए थे। इनमें से मनीराम मीणा की रविवार को मौत हो गई थी। इसके  बाद व्हील शॉप में रेलकर्मी अमित के ऊपर क्रेन का 10 किलो का टुकड़ा गिर गया। शुक्र है कि वह कंधे पर ही गिरा। सिर पर गिरता तो शायद उसकी जान पर भी बन सकती थी। अब सोमवार को फिर से वैगन शॉप में एक हादसा हो गया। यू.आर.के.यू.के. पदाधिकारी देव शंकर ने बताया कि सुबह के समय क्रेन का करीब एक किं्वटल वजनी पार्ट गिर गया। उस समय 100 से अधिक रेलकर्मी काम कर रहे थे। हालांकि इस हादसे में जान-माल की हानि नहीं हुई।

कर्मियों की सूरक्षा राम भरोसे
रेलकर्मी व यूनियन नेताओं ने कहा कि जून में 3 हादसे होने के कारण वे डरे और सहमे हुए हैं। उनका कहना है कि उनकी सुरक्षा राम भरोसे है। कब जाने कहां दुर्घटना हो जाए। उनका कहना है कि अब तो भगवान के हवाले ही उनकी सुरक्षा है। इन सबकी मांग है कि रेलवे प्रबंधन पूरे वर्कशाप की मशीनरी और हो रहे कार्यों का जायजा लें। 

सुरक्षा के इंतजाम हैं जीरो-कार्यकारी अध्यक्ष
कारखाना मंडल के कार्यकारी अध्यक्ष देव शंकर का कहना है कि रेलवे वर्कशाप में सुरक्षा के इंतजाम जीरो हैं। सुरक्षा के लिए काम तो क्या होगा अभी तक तो कर्मचारियों को न जूते मिले हैं न डै्रस। उनका कहना है कि कुछ शाप में 32 साल के बाद जूते जरूर मिले। उन्होंने कहा कि रेल देश की सबसे बड़ी व्यवस्था है और वहीं पर सुरक्षा नियमों की अनदेखी हो रही है ये गलत है। 

चिता की राख ठंडी नहीं हुई फिर हो गया हादसा
उत्तर रेलवे कर्मचारी यूनियन की 7 ब्रांच को देख रहे क्षेत्रीय सचिव भूपेन्द्र सिंह संधू का कहना है कि अभी मणीराम मीणा की चिता की राख ठंडी नहीं हुई और सोमवार को फिर हादसा हो गया। 
कर्मचारियों से अधिकतर आऊटन के चक्कर में दबाव से काम लिया जा रहा है। सुरक्षा नियमों की अनदेखी हो रही है। उन्होंने कहा कि क्रेन की उम्र भी निकल चुकी है। हालांकि उन्होंने माना कि जी.एम. सुरक्षा को लेकर गंभीर है। यहां पर नियमों की पालना क्यों नहीं हो रही यह समझ से परे है। 

Isha