सी.आई.ए. ने 17 दिन में सुलझाया लूट का मामला, काला कच्छा गिरोह के 3 सदस्य काबू

10/20/2016 6:50:00 PM

यमुनानगर (सतीश): सी.आई.ए. स्टाफ ने कच्छा गिरोह द्वारा की गई वारदात को 17 दिन में सुलझा दिया है। जम्मू कालोनी में 2 अक्तूबर की रात 2 घरों में गिरोह के सदस्यों ने वारदात को अंजाम दिया था। इस दौरान जेवरात, नकदी व मोबाइल लूट लिए थे। इतना ही नहीं, परिवार के सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे। थाना फर्कपुर में इस मामले में मुकद्दमा दर्ज किया था। ध्यान रहे ये गिरोह बहुत खतरनाक है। सन 2000 में चोपड़ा गार्डन निवासी पुलिस इंस्पैक्टर के घर आए 3 मेहमानों को मौत के घाट उतार दिया था।


सुलझाई 25 वारदात, पकड़े 37 आरोपी
डी.एस.पी. अजय सिंह राणा ने बताया कि पुलिस विभाग अपराध रोकने के लिए प्रयासरत हैं। सितम्बर महीने में ही 25 वारदात सुलझाई गई हैं। जिनमें लूट-डकैती की 6, स्नैङ्क्षचग की 4 व चोरी की 15 वारदात शामिल हैं। 37 आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेजा चुका है। इतना ही नहीं, साढ़े 8 लाख रुपए की रिकवरी भी की गई है। 2 ईनामी भगौड़ों को भी पुलिस ने काबू किया है। 


क्या कहते हैं सी.आई.ए. इंचार्ज
वारदात को सुलझाने की जिम्मेदारी सी.आई.ए. स्टाफ को दी गई थी। इंचार्ज संदीप कुमार व सब-इंस्पैक्टर मोहन लाल की देखरेख में टीम का गठन किया गया। इस मामले में जिला सहारनपुर से 3 युवक गिरफ्तार किए गए। जिनकी उम्र 20 से 26 वर्ष के बीच है। इंस्पैक्टर के अनुसार पूछताछ के दौरान उन्होंने दोनों वारदात को अंजाम देना कबूल किया है। इन्हें बावरिया, छेमार व खानाबदोश कहा जाता है। ये एक जगह नहीं रुकते। जहां भी रुकते हैं उसके बाहरी एरिया में घटना को अंजाम देते हैं। आरोपी 3 दिन के रिमांड पर इंस्पैक्टर ने बताया कि तीनों आरोपियों को अदालत में पेश किया गया था। जहां से 3 दिन का रिमांड मिला है। इस मामले में कुल 6 आरोपी थे। 3 को पकडऩा अभी बाकी है। ये गिरोह खतरनाक है। पुलिस विभाग के लिए यह चुनौती थी लेकिन टीम वर्क के चलते इन्हें पकडऩा संभव हुआ है।