खुले में शौच किया तो होगी कानूनी कार्रवाई

9/6/2016 4:54:09 PM

यमुनानगर (हरिंदर सिंह): यमुनानगर जिले को पूर्ण रूप से स्वच्छ बनाने के लिए प्रशासन तरह-तरह के हत्थकंडे अपना रहा है। अभी हाल ही में प्रशासन ने उन लोगों के लिए फरमान सुना डाला था जिन के घरों में टायलेट नहीं है और उन्हें राशन नहीं मिलेगा लेकिन सीएम के ब्यान के बाद जिला प्रशासन ने यह ब्यान तो वापिस ले लिया लेकिन अब एक नया फरमान जारी किया है। प्रशासन ने कहा है कि पंचायत के तौर पर जो खुले में शौच करेगा उसके खिलाफ पुलिस कार्रवाई की जाएगी।
 
 
यमुनानगर में ज्यादातर प्लाईबोर्ड का काम है और ऐसे में हजारों लोग छोटे-छोटे मकानों में किराए पर रहते है जोकि खुले में शौच जाने में परहेज नहीं करते। ऐसे में प्रशासन ने पहले एक तुगलगी फरमान सुनाकर लोगों को हैरान कर दिया था और वह था कि जो खुले में शौच जाएगा उसे सरकारी राशन से हाथ धोना पडे़गा। मतलब पीले व गुलाबी कार्ड धारकों को राशन नहीं मिलेगा और न ही कोई सरकारी मदद मिलेगी। सीएम ने इस पर संज्ञान लेते हुए कहा कि ऐसा कोई आदेश सरकार की तरफ से नहीं है लेकिन यदि प्रशासन ने भी अपने स्तर पर ऐसा किया है तो वह गलत है और यह बयान प्रशासन को वापिस लेना होगा। अभी यह विवाद थमा भी नहीं कि प्रशासन ने खुले में शौच जाने वालों पर कार्रवाई जारी रखी और पंचायत के माध्यम से पांच लोगों के खिलाफ मामला भी दर्ज कर दिया। हालांकि इस पर तो कोई भी बोलने को तैयार नहीं है।
 
दूसरी तरफ प्रशासन एक नवंबर से पहले ही जिले को ओडीएस बनाने की बात कह रहा है। मतलब पूरे जिलें को खुले में शौच मुक्त। दूसरी तरफ लोग हैं कि प्रशासन के सब दावों को खोखला साबित कर रहा है हालांकि जिला उपायुकत के अनुसार इस पर पंचायते काम कर रही है लेकिन शहर में जितनी भी प्लाई फैक्ट्री है उनकी हजरों में जो लेबर है वह खुले में ही शौच जाती है ऐेसे में एक तरफ तुगलगी फरमान के बाद लोगों पर मामले भी दर्ज और दूसरी तरफ लोग अभी भी खुले में शौच जा रहे हैं। यहां पर स्वाल यह है कि क्या प्रशासन ऐसे नवंबर से पहले जिले को ओडीएस बना पाएगा।