भौतिक विकास के साथ मानसिक दृष्टिकोण भी बदलें : राज्यपाल

punjabkesari.in Tuesday, Oct 10, 2017 - 11:25 AM (IST)

भिवानी (अशाेक भारद्वाज): राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा कि एक श्रेष्ठ भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए पंचायती राज संस्थाएं भौतिक विकास के साथ-साथ ग्रामीण परिवेश का मानसिक दृष्टिकोण भी विस्तृत करने की ओर ध्यान दें। तभी हम गौरवशाली हरियाणा को देश का सर्वश्रेष्ठ अंग बना सकते हैं। उन्होंने आह्वान किया कि हिंसा अस्पृश्यता, जातिवाद, सम्प्रदायवाद, अस्वच्छता, निरक्षरता, असमान लिंगानुपात इत्यादि बुराइयों से ग्रामीण समाज को मुक्त कर हम सभी एक सुंदर ग्रामीण भारत के निर्माण में सहयोग दें। देश में सक्षम और शिक्षित पंचायतें गठित कर ओमप्रकाश धनखड़ ने जो मिसाल कायम की है, वह अपने आप में एक अनूठा उदाहरण है। भीम खेल परिसर में हरियाणा स्वर्ण जयंती समारोह के अंतिम दिन मुख्यातिथि के तौर पर उपस्थित राज्यपाल सभी जिलों से आए पंच, सरपंच, पंचायत समिति सदस्य व जिला पार्षदों को सम्बोधित कर रहे थे।
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उन्होंने कहा कि सरकार बिजली, सड़क, पेयजल जैसी मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करने के अतिरिक्त गांवों में सचिवालय का निर्माण करवाने, इंटरनैट सेवाएं मुहैया करवाने जा रही है।  प्रदेश का प्रत्येक गांव स्मार्ट गांव बनेगा तो हरियाणा की गिनती देश के 29 राज्यों में सबसे अगली पंक्ति में होगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा अब स्वच्छता तथा कैरोसिन मुक्त होने के मामले में नम्बर एक पर हैं। उज्ज्वला योजना के तहत राज्य में 3 लाख गैस कनैक्शन दिए गए हैं। इसी प्रकार बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान शुरू किए जाने के बाद प्रदेश में लिंगानुपात की स्थिति में तेजी से सुधार हुआ है। हमारा लक्ष्य है कि वर्ष 2019 तक 1000 लड़कों के पीछे कम से कम 950 लड़कियां हों।


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