निशा ग्रेवाल ने UPSC में पाई 51वीं रैंक, दादा की मदद से पहले प्रयास में हांसिल किया मुकाम

punjabkesari.in Sunday, Sep 26, 2021 - 09:40 AM (IST)

भिवानी(अशोक) : भिवानी  की बेटियाँ अब खेल के साथ पढाई में भी झंडे गाड़ने लगी हैं। बामला गाँव की 22 वर्षिय बेची निशा ग्रेवाल ने पहली बार में ही यूपीएससी की परीक्षा में 51वां रैंक हांसील किया है। निशा की इस उपलब्धि पर बधाई देने वालों का ताँता लगा हुआ है। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने निशा को फ़ोन कर बधाई दी है। निशा का कहना है कि वो हर लड़की की स्पोट के लिए हमेशा तैयार रहेंगी व महिला सशक्तिकरण के लिए काम करती रहेंगी। 

 

बता दें कि निशा की प्राथमिक पढाई गांव बामला में ही हुई है। निशा के पिता बिजली निगम में करमचारी हैं और दादा रिटायर्ड मैथ टिचर हैं। निशा को यहाँ तक लाने में उसके दादा का सबसे अहम योगदान हैं, जो निशा के 24 घंटे के टिचर रहे हैं। निशा के पहले प्रयास में 51वीं रैंक पाने पर उनके घर बधाई देने वालों का ताँता लगा हुआ है। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला और भिवानी के डीसी रहते निशा को गाईड करने वाले IAS जयबीर सिंह ने भी निशा को फ़ोन पर बधाई दी। 

 

निशा ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपने परिजनों व टिचर्स को दिया है। निशा का कहना है कि उसके दादा रामफल उसके 24 घंटे के टिचर थे, जो गर्मी की छुट्टियों में भी उसकी छुट्टी नहीं होने देते थे। निशा ग्रेवाल कहा कि कोरोना काल में दो साल से दादा के साथ घर पर ही पढाई की। निशा का कहना है कि लड़कियों के लिए हर मुक़ाम हांसील करने में चैलेंज ज़्यादा होता है। पर मेहनत से मंज़िल मिल ही जाती है। निशा मे बड़ी बात कहते हुये कहा कि वो यहाँ तक किसी की स्पोट से पहुँची है तो अब बो हर लड़की की सपोर्ट करेंगी और हमेशा महिला सशक्तिकरण के लिए काम करेंगी। वहीं निशा के दादा रामफल ने बताया कि निशा ने साधारण लडकी होते हुये असाधारण काम किया है। दादा का कहना है कि गर्ल माँ बाप को बेटा बेटी में भेदभाव ना कर बेटियों की पढाई व उन्हें आगे बढ़ने का मौक़ा देना चाहिए। 

 

 

 


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Content Writer

Isha

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