सरकारी स्तर पर मनाई जाएगी गुरु ब्रह्मानंद जयंती, स्पीकर कल्याण कर रहे लगातार बैठकें
punjabkesari.in Tuesday, Dec 16, 2025 - 10:04 PM (IST)
चंडीगढ़ (चन्द्र शेखर धरणी) : हरियाणा विधान सभा अध्यक्ष श्री हरविन्द्र कल्याण महान संत गुरु ब्रह्मानंद की जयंती को भव्य, गरिमामय एवं जनभागीदारी से परिपूर्ण बनाने के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियों में जुटे हुए हैं। इसी क्रम में उन्होंने मंगलवार को विधान सभा सचिवालय में सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक श्री पार्थ गुप्ता, विभाग की अतिरिक्त निदेशक श्रीमती वर्षा खांगवाल तथा कैथल की उपायुक्त अपराजिता सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर आयोजन को लेकर विस्तृत रूपरेखा तैयार की।
इससे पूर्व विधान सभा अध्यक्ष करनाल, कैथल, पानीपत, कुरुक्षेत्र सहित कई जिलों में विभिन्न स्थानों पर बैठकें कर चुके हैं। गुरु ब्रह्मानंद जयंती समारोह में प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे।
गुरु ब्रह्मानंद जयंती इस वर्ष 23 दिसंबर को कैथल जिले के चूहड़ माजरा गांव में सरकारी स्तर पर मनाई जाएगी। यह आयोजन सामाजिक समरसता, आध्यात्मिक चेतना और गुरु-परंपरा के प्रति सम्मान का प्रतीक होगा।
इस सिलसिले में 11 दिसंबर को विधान सभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण के नेतृत्व में संत-महात्माओं, विधायकों, पूर्व विधायकों एवं समाज के गणमान्य लोगों ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से भेंट कर उन्हें जयंती समारोह में शामिल होने का निमंत्रण दिया। इस दौरान आयोजन को ऐतिहासिक एवं सफल बनाने को लेकर भी विस्तृत विचार-विमर्श किया गया।
विधान सभा अध्यक्ष ने पहले घरौंडा, इसराना, इंद्री, नीलोखेड़ी, कुरुक्षेत्र, करनाल, असंध तथा पुंडरी में बैठकों की अध्यक्षता कर सामाजिक संगठनों, जनप्रतिनिधियों और स्थानीय कार्यकर्ताओं से सुझाव प्राप्त किए, ताकि समारोह जनभावनाओं के अनुरूप सुव्यवस्थित ढंग से आयोजित किया जा सके।
इन तैयारियों में विधायक सतपाल जांबा, देवी दर्शना जी, हरियाणा सरकार में चेयरमैन धर्मवीर मिर्जापुर, पूर्व मुख्य संसदीय सचिव सुलतान जडौला, पूर्व विधायक रणधीर गोलन, मक्खन सिंह, तेजवीर सिंह, कलीराम पटवारी, अखिल भारतीय रोड महासभा के प्रधान बलकार सिंह, जिला परिषद चेयरमैन कर्मवीर कौल, अशोक गुर्जर सहित अनेक सामाजिक एवं राजनीतिक प्रतिनिधियों का विशेष सहयोग मिल रहा है।
इस अवसर पर विधान सभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण ने कहा कि गुरु ब्रह्मानंद केवल एक संत ही नहीं थे, बल्कि वे सामाजिक समरसता और मानवता के महान पथप्रदर्शक थे। उन्होंने नारी शिक्षा, महिला सशक्तिकरण तथा पर्यावरण संरक्षण जैसे विषयों पर समाज को वर्षों पहले जागरूक किया।
उन्होंने कहा कि संत-महापुरुष किसी एक जाति या धर्म तक सीमित नहीं होते, बल्कि वे संपूर्ण समाज और मानवता के लिए प्रेरणा स्रोत होते हैं। उनकी शिक्षाओं को जन-जन तक पहुंचाना आज के समय की आवश्यकता है। राज्य सरकार द्वारा महापुरुषों की जयंतियों को सरकारी स्तर पर मनाने का उद्देश्य भी उनके विचारों और संदेशों को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना है।
विधान सभा अध्यक्ष ने संत समाज, सामाजिक संगठनों और सर्व समाज के लोगों से अपील की कि वे इस पावन अवसर पर अधिक से अधिक संख्या में भाग लें और गुरु ब्रह्मानंद की शिक्षाओं को अपने जीवन में आत्मसात करें।