अर्चना सुरेश कूटे की नेतृत्व शैली में शामिल मेंटरशिप कार्यक्रम कर रहा है नई पीढ़ी का सशक्तिकरण

punjabkesari.in Wednesday, Jul 26, 2023 - 07:33 PM (IST)

गुडगांव ब्यूरो : किसी पेशे में जब एक अनुभवी व्यक्ति किसी नये पेशेवर को अपना मूल्यवर्धक ज्ञान प्रदान करता है, तब उन दोनों के बीच एक आपसी परामर्श का संबंध स्थापित हो जाता है। आपसी परामर्श से आवश्यक सांमजस्य बनता है जो स्थिर सकारात्मक परिणामों के लिये जरूरी है। हर महात्वाकांक्षी नेतृत्व के लिये मार्गदर्शन जरूरी है, जो गलतियों से बचना चाहता है, दूसरों के अनुभवों से सीखना चाहता है, और अपनी पूर्ण क्षमता तक पहुंचने की इच्छा रखता है। द कूटे ग्रुप की अर्चना सुरेश कूटे, ऐसे नेतृत्व का एक मुख्य उदाहरण है, जो अपने कर्मचारियों की भलाई के लिये उनका मार्गदर्शन करने में विश्वास करती हैं। द कूटे ग्रुप, कृषि, एफएमसीजी और मीडिया के साथ विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करता है।

 


अर्चना सुरेश कूटे के अनुसार मेंटरशिप नेतृत्व का एक महत्वपूर्ण स्वरूप है, जिसने उनके पेशेवर सफर में खास भूमिका निभाई है। वह कहती हैं कि “एक मार्गदर्शक, उद्योग में
बहुमूल्य समझ प्रदान कर सकता है, और सीखने वाले को उनके कौशल और विशेषताओं को विकसित करने में मददगार साबित हो सकता है। कार्यस्थल से बाहर भी परामर्श के लाभ हैं। एक परामर्शदाता या मार्गदर्शक, व्यक्तित्व के विकास के लिये सलाह दे सकता है और शिष्य के जीवन की नकारात्मक चुनौतियों को दूर करने में मदद कर सकता है। मार्गदर्शक शिष्य को भावनात्मक सहयोग दे सकता है और उसके दिमाग को स्थिर करने में मदद कर सकता है।

 


द कूटे ग्रुप के लिये श्रीमती अर्चना सुरेश कूटे की सोच एक ऐसी कार्य संस्कृति को तैयार करना है, जो नवीनीकरण और रचनात्मकता को महत्व देती है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये वह मेंटरशिप को आवश्यक साधन मानती हैं। वह कहती हैं कि “हम अपनी कंपनी में मेंटरशिप को बढ़ावा देते हैं, क्योंकि यह हमारे कर्मचारियों के नये कौशल को विकसित करने और उन्हें पेशेवर तरीके से आगे बढ़ने में मदद करता है। यह कार्यस्थल पर सामुदायिक भावना को आगे बढ़ाता है ,जहां कर्मचारी एक-दूसरे से सीख सकते हैं, और उनके विकास में सहयोग कर सकते हैं।” ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं के सशक्तिकरण के लिये अर्चना सुरेश कुटे के प्रयासों को कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों और प्रशंसाओं के माध्यम से पहचान मिली है। उन्हें महिला सशक्तिकरण के लिए ब्लैकस्वान अवॉर्ड, ग्लोबोइल एशिया वूमन एंटरप्रेन्योर ऑफ द ईयर अवॉर्ड और महाराष्ट्र उद्योग भूषण पुरस्कार सहित अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है।

 

अर्चना सुरेश कूटे कई महिलाओं के लिए एक प्रेरणा हैं जो नेतृत्व करने और उद्यमी बनने की इच्छा रखती हैं। मार्गदर्शन के लिये उनका समर्पण दूसरों को सशक्त बनाने की उनकी प्रतिबद्धता को दिखाता है। नेतृत्व करने की चाह रखने वालों की सफलता में मेंटरशिप की महत्वपूर्ण भूमिका है। यह उन्हें नये कौशल को बढ़ाने, बहुमूल्य अन्तर्दृष्टि प्रदान करने और मार्गदर्शन प्राप्त करने एवं अनुभवी पेशेवरों के साथ मजबूत संबंध बढ़ाने के लिये अग्रसर करता है। अर्चना सुरेश कूटे एक ऐसे नेतृत्व का मुख्य उदाहरण हैं जो मार्गदर्शन के महत्व को समझती हैं और इसे उन्होंने अपनी नेतृत्व शैली का एक अटूट हिस्सा बना लिया है। उन्होंने अपने मेंटरशिप कार्यक्रमों और महिलाओं को सशक्त बनाने के समर्पण के जरिये ग्रामीण क्षेत्रों में कई महिलाओं के जीवन में सकारात्मक प्रभाव डाला है। उनके प्रयासों ने महिलाओं को आत्मविश्वासी, कुशल और सफल कॉर्पोरेट पेशेवरों के रूप में बदलने में मदद की है, जो अब देश के विकास में योगदान दे रही हैं।

 

अर्चना सुरेश कूटे अपनी बात रखते हुए कहती हैं कि मेंटरशिप दो मार्गों वाला रास्ता है। यह मार्गदर्शन देने वाले और मार्गदर्शन लेने वाले, दोनों के लिये लाभप्रद है। यह मुझे अपने ज्ञान और अनुभव को आकांक्षी लोगों तक पहुंचाने की स्वीकृति देता है और प्रशिक्षु से नये विचारों और संभावनाओं की प्राप्ति होती है। मेंटरशिप कार्यक्रम केवल किसी व्यक्ति के विकास के लिये ही नहीं बल्कि यह किसी संस्था और समाज की संपूर्ण प्रगति के लिये भी आवश्यक है। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Gaurav Tiwari

Related News

static