बुकमाईशोथ्रोबैक इयर-एंड रिपोर्ट में दिल्ली ने मचाई धूम, फ्रॉम मोमेंट टू मूवमेंट, 2025 में इंडिया ने इरादे के साथ एंटरटेनमेंट चुना
punjabkesari.in Wednesday, Dec 10, 2025 - 07:33 PM (IST)
गुड़गांव, ब्यूरो : जैसे ही 2025 अपने अंत की ओर है, बुकमाईशो, इंडियाज लीडिंग एंटरटेनमेंट डेस्टिनेशन, #बुकमाईशोथ्रोबैक2025 पेश करता है—एक ऐसा साल जिसमें एंटरटेनमेंट पलों से आगे बढ़कर एक मूवमेंट बन गया। यह वह साल था जब इंडिया ने एंटरटेनमेंट को सिर्फ देखा नहीं, उसे चुना, अपनाया और इरादे के साथ जिया। रिकॉर्ड-ब्रेकिंग मूवीज़ से लेकर बिजली जैसी लाइव स्पेक्टेकल्स तक, 2025 ने साबित किया कि भारतीयों के लिए बाहर निकलना इम्पल्स नहीं, एक ज़रूरत था। रिपोर्ट बताती है कि व्यवहार में एक निर्णायक बदलाव आया—एंटरटेनमेंट के लिए बाहर जाना अब डाइनिंग स्पॉट चुनने जितना सामान्य हो गया है। फ़िल्में, कॉन्सर्ट्स, कॉमेडी और कल्चर अब हफ़्ते की दिनचर्या का हिस्सा बन गए। यह वह ऑडियंस है जो अनुभवों को उद्देश्य के साथ खोजती है, पॉप-कल्चर को प्रिसीजन से ट्रैक करती है और इसलिए शामिल होती है क्योंकि उसे ग्लोबल-स्केल स्टोरीटेलिंग और लाइव मोमेंट्स यहीं, इंडिया में और इन-पर्सन चाहिए।
रिकॉर्ड-ब्रेकिंग ब्लॉकबस्टर्स, रीजनल जीतों और री-रिलीज़ेज़ की लहर ने दर्शकों को फिर से थिएटर्स की ओर खींचा। मलयालम, कन्नड़, तमिल, तेलुगु, गुजराती, असमिया, उड़िया, बंगाली, पंजाबी और मराठी सिनेमा ने पूरे देश में दर्शकों का दिल जीता। नॉस्टैल्जिया खुद एक बड़ा इवेंट बन गया—री-रिलीज़ेज़ ने 58 लाख दर्शक जुटाए, जिसमें हैदराबाद सबसे बड़ा री-रिलीज़ कैपिटल रहा। इंटरस्टेलर ने साल की सबसे नाटकीय वापसी की। बेंगलुरु ने लगातार दूसरे साल भारत की नाइट-आउल मूवी कैपिटल के रूप में अपनी पहचान बरकरार रखी, 12 एएम–6 एएम स्क्रीनिंग्स में देश का नेतृत्व करते हुए यह दिखाया कि अब नाइटलाइफ़ में 70एमएम एक्सपीरियंस भी शामिल है। सिनेमा हॉल्स ने महत्वपूर्ण पड़ाव देखे—दशहरा वीकेंड 6.8 मिलियन टिकटों के साथ 2025 का सबसे बड़ा फुटफॉल वीकेंड बना, उसके बाद इंडिपेंडेंस डे वीकेंड रहा। कांतारा: ए लीजेंड चैप्टर-1 6 लाख से अधिक रीपीट व्यूअर्स के साथ सबसे बड़ा रिपीट-वॉच फ़िनॉमेनन बना। वहीं, कूली ने 2.4 मिलियन एडवांस टिकट्स के साथ साल की सबसे मजबूत एडवांस बुकिंग दर्ज की। सिंगल-स्क्रीन सिनेमाज़ में भी उछाल रहा—हरी हरा वेरा मल्लू-पार्ट 1 की 55% से ज़्यादा बिक्री इन्हीं थिएटर्स से आई। अगर सिनेमा भारत की सांस्कृतिक धड़कन था, तो लाइव एंटरटेनमेंट उसकी दहाड़ था। 2025 में लाइव एंटरटेनमेंट की खपत में 17% की उल्लेखनीय वृद्धि हुई। देशभर में 34,086 इवेंट्स ने शामों को यादगार और वीकेंड्स को स्पेक्टेकल्स में बदल दिया। ‘कॉन्सर्ट इकॉनमी’ मेनस्ट्रीम बन गई, जिससे इंडिया ग्लोबल टूरिंग मैप पर मजबूती से दर्ज हो गया। म्यूज़िक टूरिज़्म साल की सबसे प्रमुख ट्रेंड रहा। 5,62,032 फैंस कॉन्सर्ट्स के लिए दूसरे शहरों में गए।
1.8 मिलियन से ज़्यादा दर्शकों ने सोलो इवेंट्स अटेंड किए—यह भारत की बढ़ती आत्मनिर्भरता और आत्मविश्वास का मजबूत प्रमाण है। भारत के कल्चरल बूमटाउन लगातार उभरते रहे—विशाखापट्टनम (409%), वडोदरा (230%), इंदौर (214%), शिलॉन्ग (213%), राजकोट (159%) जैसी तेज़ी से बढ़ती सिटीज़ ने साबित किया कि आज एंटरटेनमेंट सच में पैन-इंडिया है। थिएटर (प्ले) ने भी मजबूत वापसी की—45% की वृद्धि के साथ, और नए दर्शकों ने लाइव परफ़ॉर्मेंस का आनंद फिर से खोजा। जैसे ही बुकमाईशो 2025 को पीछे मुड़कर देखता है, एक बात साफ़ है—यह सिर्फ एंटरटेनमेंट कंज़्यूम नहीं हुआ, यह एंटरटेनमेंट जिया गया। यादों से भरा एक साल—यात्राएँ, खोजे गए शहर, चमकती स्क्रीनें, गाए गए प्लेलिस्ट्स, साझा की गई कहानियाँ और संजोए गए पल। 2025 का थ्रोबैक एक बहुत बड़ी कहानी की प्रस्तावना था। #इटऑलस्टार्ट्सहियर, क्योंकि 2026 अब स्पॉटलाइट में कदम रख रहा है!