हाइपरस्पेक्ट्रल कैमरों वाले यूएवी ड्रोन फसल संभालने की तकनीकों में लाते हैं क्रांतिकारी बदलाव : ऋषभ चौधरी डायरेक्टर

punjabkesari.in Monday, Apr 08, 2024 - 07:23 PM (IST)

गुड़गांव, ब्यूरो :  किसानों के लिए खेती में किस तरह के ड्रोन कारगर है, और विश्वसनीय हैं इसके बारे में  ऋषभ चौधरी, डायरेक्टर और सह-संस्थापक, भारतरोहण - एक एग्री-टेक ड्रोन स्टार्टअप ने अपनी प्रतिक्रिया प्रस्तुत की और हाइपरस्पेक्ट्रल कैमरों वाले यूएवी ड्रोन के बारे में जानकारी दी। 

 

1) हाइपरस्पेक्ट्रल कैमरों वाले यूएवी किस प्रकार किसानों के लिए फसल संभालने की तकनीकों में क्रांति बदलाव लाते हैं?

 

हाइपरस्पेक्ट्रल कैमरों से लैस यूएवी फसल की सेहत, कीट और रोग प्रबंधन, पानी के उपयोग, और एकड़ अनुमान के विभिन्न पहलुओं में रिअल-टाइम मॉनिटरिंग और सटीक जानकारी पेश करके किसानों के लिए फसल को संभालने की तकनीकों में क्रांतिकारी बदलाव लाते हैं। ये तकनीकें किसानों को सजग फैसले लेने और उपज को सुधारने के साथ ही टिकाऊ अभ्यासों को बढ़ावा देने के लिए समय पर कार्य करने में सशक्त बनाती हैं।

 

हाइपरस्पेक्ट्रल कैमरों से लैस ड्रोन किसानों को फसल में वॉटर स्ट्रेस के स्तर और पोषक तत्वों की कमी से संबंधित विस्तृत जानकारी देकर सिंचाई और उर्वरक के उपयोग जैसे संसाधन प्रबंधन अभ्यासों को सुधारने में सक्षम बनाते हैं। अपनी फसलों की खास ज़रूरतों के लिए अधिक सटीक रूप से तैयार इनपुट पाकर, किसान संसाधन दक्षता को बेहतर बना सकते हैं, इनपुट के खर्चों को घटा सकते हैं, और पर्यावरणीय प्रभावों को कम कर सकते हैं।

 

कीटों के संक्रमण की शुरुआती चरणों में ही उनकी पहचान और समाधान करके, किसान कीटों और बीमारियों के कारण होने वाले फसल के नुकसान को 30% या उससे अधिक तक कम कर सकते हैं। इसी तरह से, फसल की सेहत को बारीकी से मॉनिटर करके और तुरंत आवश्यक अमल करने की क्षमता से फसल की समग्र सेहत को पर्याप्त रूप से सुधारा जा सकता है, जिससे संभावित रूप से फसल की ताकत और उत्पादकता में 20% या अधिक सुधार हो सकता है।

 

2) बिग डेटा एनालिटिक्स किसानों और कॉर्पोरेट भागीदारों दोनों के लिए समान रूप से निवेश रणनीतियों और रिटर्न को बढ़ाने में कैसे योगदान देता है?

 

बिग डेटा एनालिटिक्स कृषि में किसी ट्रांसफॉर्मेटिव टूल की तरह काम करता है, जो किसानों और कॉर्पोरेट भागीदारों दोनों के लिए निवेश रणनीतियों और रिटर्न को मौलिक रूप से नया आकार देता है। बाज़ार के ट्रेंड्स, फसल की परफॉर्मेंस और जोखिम प्रबंधन में डेटा-संचालित जानकारी का लाभ उठाकर, हितधारक सजग निर्णय लेकर लाभप्रदता और स्थिरता को बढ़ा सकते हैं।

 

किसानों के लिए, बिग डेटा एनालिटिक्स अनुकूलित एग्री-इनपुट उपयोग, फसलों के सटीक चयन और कुशल संसाधन आवंटन को सक्षम बनाता है। मौसम के मिजाज़ और बाज़ार की मांग जैसे कारकों पर रिअल-टाइम अपडेट किसानों को तेज़ी से अडाप्ट करने में सशक्त बनाते हैं, जिससे अंततः पैदावार बढ़ती है और लाभप्रदता में वृद्धि होती है।

 

इसी तरह, कॉर्पोरेट भागीदारों को बेहतर आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन, ज्यादा सटीक पूर्वानुमान क्षमता और उपभोक्ता प्राथमिकताओं की गहरी समझ से फायदा मिलता है। व्यापक डेटासेट का विश्लेषण करके, हितधारक दक्षता को बेहतर बनाने के क्षेत्रों को पहचान सकते हैं, जोखिम घटा सकते हैं, और रिटर्न बढ़ाने के लिए निवेश रणनीतियां बना सकते हैं। कुल मिलाकर, बिग डेटा एनालिटिक्स से समर्थित तकनीक और कृषि के बीच का तालमेल बेहतर निवेश की सहूलियत देता है, जिससे कृषि क्षेत्र में पारस्परिक विकास और समृद्धि होती है। यह अभिनव प्रस्ताव न केवल उत्पादकता और लाभप्रदता को बढ़ाता है, बल्कि स्थायी कृषि अभ्यासों को भी बढ़ावा देते हुए, उभरती चुनौतियों का सामना करने में दीर्घकालिक व्यवहार्यता और दृढ़ता सुनिश्चित करता है।

 

3) सटीक कृषि में ड्रोन के उपयोग क्या हैं, खास तौर पर हाइपरस्पेक्ट्रल इमेजरी एकत्र करने में, और यह फसल संभालने को कैसे प्रभावित करता है?

 

हाइपरस्पेक्ट्रल कैमरों से लैस ड्रोन सटीक कृषि में क्रांतिकारी बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, खासकर फसल की सेहत को मॉनिटर करने और प्रबंधन में। विस्तृत इमेजरी को कैप्चर करके, ये ड्रोन कीटों के संक्रमणों और बीमारियों का शीघ्र पता लगा सकते हैं, जिससे किसानों को प्रभावी कीट प्रबंधन और फसल उपचार के लिए सक्रिय रूप से निर्णय लेने में मदद मिलती है। इसके अलावा, ड्रोन बड़े इलाकों में कुशल डेटा कलेक्शन की सुविधा देते हैं, जिससे किसानों को फसल संभालने के बेहतर अभ्यासों के लिए बेहतर जानकारी मिलती है।

 

इसके अलावा, हाइपरस्पेक्ट्रल कैमरों से लैस ड्रोन लक्षित छिड़काव तकनीकों से कृषि उपज में रासायनिक कणों को कम करने में मदद करते हैं। फसल की सेहत के बारे में सटीक और समय पर जानकारी मिलने का लाभ उठाकर, किसान रसायनों के समग्र उपयोग को कम करते हुए, कीटों या बीमारियों से प्रभावित फसल के खास हिस्सों को लक्षित करने के लिए ड्रोन का उपयोग कर सकते हैं। यह लक्षित प्रस्ताव न केवल उपज पर रासायनिक कणों को कम करता है बल्कि खाद्य सुरक्षा और पर्यावरणीय स्थिरता को भी बढ़ावा देता है, जिससे किसानों और उपभोक्ताओं दोनों को फायदा मिलता है।

 

4) भारतरोहण की पहल कृषि वैल्यू चेन में सहयोग और दक्षता को कैसे बढ़ावा देती है, जिससे सभी शामिल पहलुओं को लाभ मिलता है?

 

भारतरोहण की पहल भागीदारियों को बढ़ावा देकर और विभिन्न हितधारकों की आवश्यकताओं के अनुरूप नवीन समाधानों का लाभ उठाकर कृषि वैल्यू चेन में सहयोग और दक्षता को बढ़ावा देती है।

 

क्रॉपएश्योर® जैसी पहलों के माध्यम से, भारतरोहण किसानों और किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के साथ सहयोग करके, ड्रोन-आधारित फसल मॉनिटरिंग सेवाएं प्रदान करता है। यह सहयोग रिअल-टाइम जानकारी देकर, किसानों को सजग निर्णय लेने के लिए सशक्त बनाकर, और अंततः पूरी वैल्यू चेन में दक्षता को बढ़ाकर कृषि अभ्यासों को बढ़ाता है।

 

इसके अलावा, सोर्सएश्योर® के माध्यम से, भारतरोहण ने एफएमसीजी कंपनियों और बड़े खरीदारों के साथ साझेदारी की है, जिससे कृषि वैल्यू चेन में पारदर्शिता और ट्रेसेबिलिटी की क्षमता मिलती है। ट्रेसेबिलिटी डैशबोर्ड तक पहुंच पेश करके, हितधारक हर कदम में गुणवत्ता और जवाबदेही सुनिश्चित करते हुए, किसानों द्वारा की गई गतिविधियों को ट्रैक और ट्रेस कर सकते हैं।

 

इसके अलावा, सीडएश्योर सेवाओं के ज़रिये बीज कंपनियों के साथ भारतरोहण का सहयोग बेहतर गुणवत्ता वाले संकर बीज विकसित करके खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देता है। पूरे परीक्षण के दौरान हर बीज किस्म के सटीक फ़ेनोटिपिकल डेटा को ट्रैक और शेयर करके, भारतरोहण बीज कंपनियों को परफॉर्मेंस का सटीक आकलन करने में सक्षम बनाता है, जिससे बीज उत्पादन में दक्षता और विश्वसनीयता बढ़ती है।

 

5) सटीक कृषि किस प्रकार से ग्रामीण समुदायों की दृढ़ता और शहरी और ग्रामीण इलाकों के बीच की कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने में मदद करती है?

 

भारतरोहण के अभिनव समाधानों द्वारा प्रदर्शित, सटीक कृषि ग्रामीण समुदायों की दृढ़ता को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाती है, और शहरी व ग्रामीण इलाकों के बीच कनेक्टिविटी को मजबूत करती है। अनुकूलित संसाधन उपयोग और बेहतर फसल पैदावार के माध्यम से, सटीक कृषि उत्पादकता बढ़ाती है, और पर्यावरणीय प्रभाव को कम करते हुए ग्रामीण व शहरी दोनों आबादी के लिए नियमित फूड सप्लाई सुनिश्चित करती है। डेटा-संचालित जानकारी और निर्णय लेने के टूल्स के साथ किसानों को सशक्त बनाने से लाभप्रदता और आजीविका में सुधार होता है, जिससे बाहरी मदद पर निर्भरता कम होती है और आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्थाएं बनती हैं। इसके अलावा, कृषि उत्पादों के लिए संपूर्ण मॉनिटरिंग और ट्रेसेबिलिटी देकर, सटीक कृषि प्रणालियां शहरी उपभोक्ताओं और ग्रामीण उत्पादकों के बीच भरोसे को बढ़ावा देती हैं, जिससे फूड सप्लाई चेन्स की दक्षता और दृढ़ता बढ़ती है। नगरीय अनुसंधान संस्थानों और ग्रामीण कृषक समुदायों के बीच सहयोग से कृषि अभ्यासों में नवाचार आता है और निरंतर सुधार होता है, जिससे शहरी और ग्रामीण दोनों हितधारकों को फायदा होता है। इसके अलावा, रिअल-टाइम डेटा कनेक्टिविटी शहरी और ग्रामीण इलाकों के बीच सूचना के अंतर को दूर करते हुए, बाज़ार के ट्रेंड, मौसम के पूर्वानुमान, और एग्रोनॉमिक संबंधी सर्वोत्तम अभ्यासों का एक्सेस देकर ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाती है। कुल मिलाकर, सटीक कृषि अपने बहुमुखी योगदान से ग्रामीण समुदायों में दृढ़ता बनाने और शहरी व ग्रामीण इलाकों के बीच कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।


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Content Editor

Gaurav Tiwari

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