अंतिम चरण में 70लोकसभा सीट घोसी की चुनावी गणित : प्रवीण राय
punjabkesari.in Thursday, May 30, 2024 - 04:09 PM (IST)
गुड़गांवए ब्यूरो : (घोसी लोकसभा)-जनपद मऊ की घोसी लोकसभा सीट पर कुल 20 लाख 55 हजार मतदाता हैं। मतदान 1 जून को होने वाला है इस सीट पर जहां इंडिया गठबंधन ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव एवं प्रवक्ता राजीव राय को अपना प्रत्याशी बनाया है वही एनडीए गठबंधन में यह सीट ओमप्रकाश राजभर की पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के खाते में गई है जिससे ओमप्रकाश राजभर के बड़े बेटे अरविंद राजभर चुनाव लड़ रहे हैं। तथा बहुजन समाज पार्टी ने इसी सीट पर बसपा से ही एक बार सांसद रहे बालकृष्ण चौहान को अपना प्रत्याशी बनाया है। वैसे देखा जाए तो बहुजन समाज पार्टी उत्तर प्रदेश में कमोबेश अपना प्रत्याशी उसी को बनाई है जो भाजपा को प्रत्यक्ष या परोक्ष लाभ पहुंचा रहा हो,परंतु एकमात्र घोसी ही ऐसी सीट है जिस पर चौहान (लोनिया) समाज का प्रत्याशी उतारकर बहुजन समाज पार्टी ने ओम प्रकाश राजभर से अपना हिसाब-किताब चुकता करना चाहती है। बताते चलें कि लोकसभा घोसी में चौहान (लोनिया) बिरादरी के मतदाताओं की संख्या लगभग 2 लाख के करीब है लोनिया समाज को भाजपा का काडर वोट माना जाता है। परंतु बालकृष्ण चौहान के मैदान में उतरने के बाद बड़ी संख्या में चौहान मतदाता बहुजन समाज पार्टी की तरफ जाने का मन बना लिए हैं। जब इस विषय में रहजनियां निवासी अमित चौहान से बात किया गया तो उनका कहना है कि पूरे देश में किसी राजनीतिक पार्टी ने मात्र एक चौहान को अपना उम्मीदवार बनाया है अतः हम लोग भी अपना वोट बालकृष्ण चौहान को देकर अपना मत प्रतिशत बताएंगे ताकि भविष्य में हमारी भी राजनीतिक भागीदारी बनी रहे। इस प्रकार यदि देखा जाए तो इस सीट पर सबसे अधिक दलित मतदाता हैं जिनकी संख्या लगभग 4 लाख पचास है जिसमें से बसपा के मूल काडर वोट 3 लाख 50 लाख के लगभग बताया जाता है।
इस प्रकार यदि चौहान और बसपा काडर का वोट मिला दिया जाए तो लगभग 5:30 लाख वोट बालकृष्ण चौहान के खाते में जाता हुआ दिखाई दे रहा है। जिसमें यदि 60 फ़ीसदी मतदान भी हुआ तो लगभग 3 लाख वोट बसपा प्रत्याशी बालकृष्ण चौहान को मिलने की उम्मीद है।वहीं बात हम समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी राजीव राय की करें तो इनका बेस वोट मुस्लिम,यादव और भूमिहार हैं।जिसमें से मुस्लिम वोटर 4 लाख के करीब हैं तथा यादव मतदाता 2लाख 50हजार के आसपास हैं एवं भूमिहार मतदाता डेढ़ लाख के आसपास हैं इसके अलावा लगातार जनता के बीच बने रहने के कारण हर वर्ग में इनका कुछ ना कुछ वोट बताया जा रहा है साथ ही सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेंद्र राजभर भी राजीव राय के लिए अपनी प्रतिष्ठा दांव पर लगा दिए हैं। तथा फूलन सेना के अध्यक्ष गोपाल निषाद एवं वीआईपी पार्टी निषाद समाज द्वारा भी समाजवादी पार्टी को समर्थन कर दिया है साथ ही ओमप्रकाश राजभर द्वारा दिए गए बयानों से नाराज भाजपा मूल काडर के मतदाता भी खुलकर बोल तो नहीं रहे हैं लेकिन अंदर-अंदर गेम करने की तैयारी में लगे हुए हैं।साथ ही मऊ जनपद के विकास पुरुष कहे जाने वाले कल्पनाथ की पत्नी एवं कांग्रेस महिला की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुधा राय द्वारा सपा प्रत्याशी राजीव राय का प्रचार करने से कल्पनाथ राय समर्थक बड़ी संख्या में लोग सपा प्रत्याशी के पक्ष में जुड़ते दिखाई दे रहे हैं।
इस स्थिति को देखा जाए तो लगभग 1लाख 50 पचास हजार मतदाता अन्य विरादरी के भी इंडिया गठबंधन प्रत्याशी राजीव राय से जुड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। इस हिसाब से देखा जाए तो कल 9 लाख 50 हजार मतदाता राजीव राय के पक्ष में दिख रहे हैं। जिसमें यदि 60% जोड़ा जाए तो राजीव राय को कल लगभग 5 लाख 60हजार वोट मिलने की उम्मीद है वहीं एनडीए प्रत्याशी अरविंद राजभर के पास बेस वोट के नाम पर केवल राजभर समाज का वोट है जिनकी संख्या लगभग 2 लाख के करीब है। इसके अलावा सुभासपा के प्रत्याशी के साथ भारतीय जनता पार्टी का काडर वोट जुड़ा है जिसको योगी और मोदी के नाम पर वोट करने की बात की जा रही है। ज्ञात हो कि इसी में भाजपा काडर के वोट में एक ओर निर्दल प्रत्याशी भी बंटवारा कर रहे हैं जिसमें मुख्य रूप रोली गुप्ता एवं राजेंद्र अग्रवाल वैश्य समाज के बीच अपने स्तित्व को परखने की बात कर रहे हैं तो वहीं इस सीट पर कुर्मी मतदाताओं के बीच एक नाम बहुत जोर-जोर से चल रहा है 'बद्रीनाथ' का बद्रीनाथ युवा प्रत्याशी हैं एवं दिल्ली में बड़े व्यवसाय के साथ जुड़े हुए हैं।
इनके लिए मल्ल, कुर्मी तथा मौर्य समाज के लोग बड़ी संख्या जुड़कर न सिर्फ जनसभा कर रहे हैं बल्कि उनके साथ लगातार जुड़कर प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। इसके बाद मूलनिवासी पार्टी से लीलावती राजभर भी राजभर विरादरी की महिलाओं को रिझाने का प्रयास कर रही हैं।साथ ही युवा चेहरे के रूप में पवन चौहान भी लगातार सोशल मीडिया पर युवाओं के चहेते बने हुए हैं। कुल मिलाकर देखा जाए तो एनडीए प्रत्याशी को अपनी जीत के लिए योगी और मोदी का भरोसा है। गौरतलब है कि एनडीए द्वारा दिया गया 400 पार का नारा भी विपक्ष के लिए एक मजबूत हथियार साबित हुआ है। जहां एक ओर एनडीए 400 का पार का नारा देकर अपना गेम 275 पर सेट कर दिया है। वहीं अंतिम चरण के चुनाव में विपक्ष ने संविधान को खतरा एवं आरक्षण बदलने की हवा को तेज करके चमार बिरादरी में बड़ा कंफ्यूजन पैदा कर दिया है। जिससे पढ़े लिखे चमार बिरादरी के नौजवान भाजपा को 400 पार रोकने का मन बनाते दिख रहे हैं और अपना वोट भाजपा को हराने वाली पार्टी को करने के लिए कह रहे हैं।अब देखना यह होगा कि 1 जून को जब मतदान होगा तो जनता स्थानीय प्रत्याशी एवं स्थानीय मुद्दे पर वोट करेगी या फिर मोदी मैजिक बरकरार रहेगा।