उच्चाधिकारी के बच्चे को थप्पड़ मारना टीचर को पड़ा महंगा

punjabkesari.in Wednesday, Jan 27, 2016 - 12:47 PM (IST)

नूंह (दिनेश): गणतंत्र दिवस 2014 के आयोजन पर तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा सम्मानित मेवात माडल स्कूल नूंह की संगीत अध्यापिका का सुरीला देशभक्ति गीत इस बार लोगों को सुनने को नहीं मिलेगा।

क्योंकि उन्हें स्कूल में 2 बच्चों के बीच हुए झगड़े में एक बच्चे को थप्पड़ मारना काफी महंगा पड़ा है। इस थप्पड़ की कीमत उन्हें अपनी नौकरी खोकर चुकानी पड़ी है। थप्पड़ खाने वाला बच्चा मेवात के एडीसी मनीराम शर्मा का रिश्तेदार हैं।

जानकरी के अनुसार रश्मि शर्मा नूंह के मेवात मॉडल स्कूल में संगीत अध्यापिका हैं। करीब एक माह पहले उनकी कक्षा में 2 बच्चें आपस में झगड़ पड़े, जिनका बीच बचाव करते हुए अध्यापिका ने बच्चों को थप्पड़ लगा दिए। सामान्य परिवार का बच्चा तो थप्पड़ खाकर चुप हो गया, लेकिन बड़े अधिकारी के बच्चे ने इसकी शिकायत एडीसी से कर दी। जिस पर एडीसी ने आनन-फानन में 3 लोगों की एक कमेटी गठित की और तुरंत उनकी रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए।

कमेटी के लोगों ने एडीसी की मर्जी के मुताबिक, रिपोर्ट तैयार कर दी और अध्यापिका को बिना अपना पक्ष रखने का मौका देते हुए सीधा नौकरी से बर्खास्त कर दिया। उन्हें 22 दिसम्बर को बर्खास्त किया गया था, जिसके बाद से वे लगातार न्याय के लिए गुहार लगा रही हैं, लेकिन करीब एक माह बीत जाने के बाद भी उसे न्याय मिलना तो दूर, उसका पक्ष तक नहीं सुना गया।

आज गणतंत्र दिवस का मौका है और इस तरह के कार्यक्रमों में उक्त अध्यापिका हर वर्ष अपनी स्कूल की टीम के साथ बढ़चढ़कर भाग लेती थी। वर्ष 2014 में आयोजित जिलास्तरीय गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के सामने उन्होंने ऐ मेरे वतन के लोगों शीर्षक से सुरीला देशभक्ति गीत प्रस्तुत किया था, जिसकी प्रशंसा हुड्डा ने भी की थी।
 


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