कराटे खिलाड़ीयों के लिए कोच की भूमिका निभा रहे हैं बिहार के मुकेश मिश्रा
punjabkesari.in Wednesday, Jan 15, 2025 - 07:37 PM (IST)
गुड़गांव ब्यूरो : दरभंगा, बिहार -34 वर्षीय राष्ट्रीय स्तर के पुर्व कराटे चैंपियन मुकेश मिश्रा ने भविष्य के चैंपियंस के लिए प्रशिक्षक के रूप में एक नई भूमिका निभाई है। 2017 से, वह बिहार के शीर्ष कराटे खिलाड़ियों को प्रशिक्षित कर रहे हैं, जिन्होंने देश भर में ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी गेम्स, नेशनल स्कूल गेम्स एवं नेशनल फेडरेशन चैंपियनशिप जैसी कई प्रतिष्ठित कराटे प्रतियोगिताओं में भाग लिया है और अपने राज्य के लिए पदक लाए हैं।
कराटे के क्षेत्र में मिश्रा की यात्रा 2008 में शुरू हुई जब उन्होंने पहली बार एक राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में भाग लिया। अगले आठ वर्षों में, उन्होंने विभिन्न टूर्नामेंटों में प्रतिस्पर्धा करना और अपने राज्य का प्रतिनिधित्व करना जारी रखा। मुकेश ने जानकारी साझा करते हुए कहा की, मुझे याद है कि जब मैंने अपने राज्य के लिए पदक जीता था तो मुझे बहुत गर्व महसूस हुआ था, लेकिन साथ ही मुझे अपनी उपलब्धियों के लिए कोई मीडिया कवरेज नहीं मिलने की निराशा भी हुई थी।
2017 में, मुकेश ने अपना ध्यान प्रतिस्पर्धा से हटाकर अगली पीढ़ी के कराटे खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करने पर केंद्रित करने का फैसला किया। उन्होंने अपने जन्मस्थान दरभंगा, बिहार में अपना खुद का प्रशिक्षण केंद्र खोला और युवा एथलीटों को प्रशिक्षण देना शुरू किया। मुकेश के मार्गदर्शन में मंजीत कुमार ने 06 से 11 जनवरी 2024 तक पंजाब के लुधियाना में 67वें नेशनल स्कूल गेम्स अंडर-19 कराटे चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतकर राज्य को गौरवान्वित किया जिसके फलस्वरूप उन्हें बिहार सरकार द्वारा बिहार राज्य खेल पुरस्कार 2024 से सम्मानित किया गया है। मुकेश के एक अन्य छात्र प्रेयांश ने भी 13 दिसंबर 2024 को नई दिल्ली में कराटे इंडिया ऑर्गनाइजेशन द्वारा आयोजित ऑल इंडिया इंटर जोन कराटे चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर राज्य का नाम रोशन किया है और डब्ल्यूकेएफ (वर्ल्ड कराटे फेडरेशन) कराटे1 - यूथ लीग, जो अप्रैल 2025 में दिनांक 03 से 06 तक स्पेन में आयोजित किया जाएगा हेतु भारतीय टीम में चुने गए हैं।
मुकेश मिश्रा ने मंजीत कुमार और प्रेयांश की उपलब्धियों पर गर्व और खुशी व्यक्त की। उन्होंने कहा, "इन प्रतिष्ठित चैंपियनशिप में उनके उल्लेखनीय प्रदर्शन के लिए मुझे मंजीत और प्रेयांश पर बेहद गर्व है। उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण रंग लाया है, और कोच के रूप में उनकी यात्रा का हिस्सा बनकर मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूं।"