एसवाईएल से मिट सकेगी दक्षिण हरियाणा की प्यास

punjabkesari.in Monday, Jul 15, 2019 - 11:28 AM (IST)

गुडग़ांव (मनोज): पेयजल समस्या से वर्षों से जूझ रहे दक्षिण हरियाणा को सतलज-यमुना लिंक (एसवाईएल) नहर के पानी का वर्षों से इंतजार है। एसवाईएल को लेकर सुप्रीम कोर्ट में केद्र सरकार द्वारा हरियाणा और पंजाब सरकार के बीच बातचीत का दौर जारी रहने की रिपोर्ट दाखिल करने के बाद लोगों को उम्मीद जगी है कि अब एसवाईएल का मामला सुलझेगा और दक्षिण हरियाणा का पेयजल संकट समाप्त हो सकेगा।

बता दें कि गुरुग्राम व मेवात सहित पूरा दक्षिण हरियाणा वर्षों से पेयजल और सिंचाई की समस्या से जूझ रहा है। गुरुग्राम में दो वाटर ट्रीटमेंट प्लांटों से 410 एमजीडी पानी की सप्लाई होती है। इसमें 270 एमजीडी पानी बसई वाटर ट्रीटमेंट प्लांट और 140 एमजीडी पानी चंदूबुढ़ेरा स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से सप्लाई होता है। जबकि शहर में लगातार बढ़ती जा रही जनसंख्या के आधार पर इस समय करीब 500 एमजीडी से अधिक पानी की डिमांड है। वहीं गर्मी के दिनों डिमांड में करीब 15 से 20 फीसदी की वृद्धि हो जाती है। इसके कारण गर्मी में पेयजल की समस्या और अधिक गंभीर हो जाती है। इस समय गुरुग्राम की जनता इसी समस्या से जूझ रही है।

गुरुग्राम में मांग के अनुरुप पानी की सप्लाई न होने की समस्या के साथ एक बहुत बड़ा संकट यह है कि यहां की मुख्य पेयजल लाइनें और संपर्क लाइनें करीब तीन दशक पुरानी हैं। इसके कारण अधिकतर लाइनें क्षतिग्रस्त हैं और इसके कारण प्राय: पेयजल आपूर्ति बाधित होती रहती है। आए दिन लोगों द्वारा इस समस्या को लेकर धरना-प्रदर्शन भी किया जाता रहता है लेकिन इस समस्या के समाधान के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। यही स्थिति मेवात सहित पूरे दक्षिण हरियाणा की है। जहां लोग परेशान हैं। 


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Edited By

Naveen Dalal

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