हजारों ऑटो चालक पहुंचेगें भूखमरी के कगार पर

punjabkesari.in Tuesday, Aug 17, 2021 - 09:13 PM (IST)


गुडग़ांव (ब्यूरो): भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध हरियाणा की सबसे बडी ऑटो चालकों की यूनियन हरियाणा ऑटो चालक संघ ने हरियाणा सरकार के खिलाफ  नारेबाजी कर प्रर्दशन किया। मीडिया को जारी अपने बयान में हरियाणा ऑटो चालक संघ के प्रदेश महामंत्री योगेश शर्मा ने सरकार के फैसले की आलोचना की है। सरकार साईबर सिटी में 600 ई-रिक्सा का जो उदघाट्न कर हजारों आटों चालकों को भूखमरी के कगार पर पहुंचाने की तैयारी कर दी है।

सरकार को अपने इस फैसले को बिना देरी किए वापस लेना चाहिए। अपने प्रर्दशन के दौरान आटो चालक संघ ने सरकार से कई तीखे सवाल पूछे है। जिसमें प्रमुख रूप से प्राईवेट कम्पनी के ई-रिक्सा चलाए जा रहे हैं उस कम्पनी की क्या गुणवंता है। डीजल ऑटो बंद करने के नाम पर स्वरोजगार करके अपना व अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे हजारों सीएनजी ऑटो चालकों का गला दबाने का काम क्यों कर रही है। क्या सीएनजी ऑटो से भी प्रदूषण हो रहा है।  क्या दो हजार या इससे ज्यादा सीसी की बडी डीजल की गाडियां भी गुरूग्राम में बंद हुई है या केवल लाचार व कमजोर ऑटो चालक के 220 सीसी से 440 सीसी के ऑटो से ही सरकार व  अधिकारियों को परेशानी है। कोरोना काल की दूसरी लहर में हरियाणा सरकार ने घोषणा की थी कि ऑटो चालकों और ई-रिक्सा चालकों को 5-5 हजार रूपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। कितने आटो चालकों को इसका लाभ मिला। क्या सरकार ने इतना बडा फैसला लेने से पहले किसी भी रजिस्टर्ड ट्रेड यूनियन से बात करना उचित समझा। हरियाणा ऑटो चालक संघ के प्रदेश महामंत्री योगेश शर्मा ने बताया कि सरकार 10 साल से पुराने डीजल ऑटो को बंद करने का प्रचार कर रही है। जबकि ऐसा कोई भी आदेश एनजीटी की ओर से नहीं जारी हुआ है। उसके बावजूद सरकार डीजल ऑटो के साथ-साथ सीएनजी ऑटो को भी बंद कर रही है। उन्होने चेतावनी दी कि अगर सरकार अपने फैसले पर विचार नही करती तो जिले के 35000 ऑटो चालक व प्रदेश 1 लाख 53 हजार 268 ऑटो चालकों को साथ लेकर सडक़ों पर आएगी। शर्मा ने कहा कि भारतीय मजदूर संघ की अखिल भारतीय औद्योगिक इकाई भारतीय प्राईवेट ट्रांसपोर्ट मजदूर महासंघ के माध्यम से हरियाणा सरकार के इस जनविरोधी फैसले के खिलाफ देश के प्रधानमंत्री व केन्द्रीय परिवहन मंत्री से मामले की शिकायत करेंगे। इस अवसर पर भारी संख्या में ऑटो चालकों ने हरियाणा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
 


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Content Editor

Gaurav Tiwari

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