क्या केशव प्रसाद मौर्य बनेंगे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष? एस्ट्रोलॉजर रितु सिंह की भविष्यवाणी ने बढ़ाई उम्मीदें
punjabkesari.in Monday, Jul 29, 2024 - 04:44 PM (IST)
गुड़गांव, (ब्यूरो): भाजपा को जल्द ही नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिलने वाला है। जेपी नड्डा का कार्यकाल समाप्त हो गया है। हालांकि, उनका कार्यकाल जून 2024 तक बढ़ा दिया गया था, लेकिन अब उन्हें सरकार में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। नतीजतन, भाजपा अब नए अध्यक्ष की तलाश में है।
भारतीय राजनीति के गलियारों में इन दिनों एक नई चर्चा जोर पकड़ रही है। प्रसिद्ध एस्ट्रोलॉजर रितु सिंह ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक सनसनीखेज भविष्यवाणी की है कि केशव प्रसाद मौर्य भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष, या अन्य किसी समकक्ष बड़े पद के लिए दावेदार बन सकते हैं। उनके अनुसार, गूगल पर उपलब्ध केशव प्रसाद मौर्य की कुंडली में उच्च का सूर्य प्रबल राजयोग का संकेत दे रहा है। स्वराशि का मंगल उनके मजबूत इरादों और स्पष्टवादिता को दर्शा रहा है, वहीं उच्च का शुक्र जनता के पूर्ण समर्थन का एलान कर रहा है।
रितु सिंह ने लिखा, "केशव प्रसाद मौर्य बन सकते हैं बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष। गूगल पर मौजूद कुंडली में स्थित उच्च का सूर्य दे रहा है प्रबल राजयोग, स्वराशि का मंगल मजबूत इरादों के साथ स्पष्टवादिता, साथ ही उच्च का शुक्र जनता के पूर्ण समर्थन का एलान कर रहा है।"
जानकारी के अनुसार, आपको बता दें कि रितु सिंह भारत की एक प्रसिद्ध एस्ट्रोलॉजर हैं। उनकी कई भविष्यवाणियाँ समय-समय पर सटीक परिणामों के साथ सिद्ध हुई हैं। इनमें भारत के बड़े राजनेता जैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,ममता बनर्जी और लालू प्रसाद यादव के नाम भी शामिल हैं। बॉलीवुड जगत में भी उनकी भविष्यवाणियाँ सही साबित हुई हैं, जिनमें अमिताभ बच्चन, सलमान खान, और गोविंदा जैसे बड़े कलाकार शामिल हैं।
केशव प्रसाद मौर्य, जो वर्तमान में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री हैं, भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण नाम बन चुके हैं। मौर्य की राजनीतिक यात्रा संघर्षों और उपलब्धियों से भरी रही है। अगर रितु सिंह की भविष्यवाणी सही साबित होती है, तो यह भारतीय राजनीति और खासकर बीजेपी के लिए एक बड़ा मोड़ साबित हो सकता है।
रितु सिंह की इस भविष्यवाणी ने जनता के मन में हलचल मचा दी है। सोशल मीडिया पर कई लोग इस संभावना पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। अब देखना यह है कि आने वाले समय में भारतीय राजनीति में यह भविष्यवाणी किस हद तक सच साबित होती है।