डूबते सूर्य को व्रतियों ने की अध्र्य देकर परिवारों की सुख-समृद्धि की कामना

punjabkesari.in Sunday, Nov 19, 2023 - 08:18 PM (IST)

गुड़गांव, ब्यूरो: साईबर सिटी में निवास करने वाले पूर्वांचल मूल के लाखों परिवार सूर्य देव के छठ पर्व का आयोजन पिछले 2 दिन से करते आ रहे हैं। आयोजन के तीसरे दिन रविवार को व्रतधारियों ने छठ पर्व का व्रत रख आयोजन स्थलों पर धार्मिक अनुष्ठान किए। सूर्य देव की प्रतिमा की उपासना भी व्रतियों द्वारा की गई। आयोजन स्थलों पर धार्मिकता का वातावरण बना हुआ दिखाई दिया। मुख्य आयोजन शीतला माता मंदिर पार्किंग परिसर में किया जा रहा है। इसी प्रकार शहर के दर्जनों स्थानों पर भी सरोवरों और घाटों की व्यवस्था कर सैक्टर 4, देवीलाल नगर कालोनी, राजेंद्रा पार्क, सूरत नगर, भीमगढ़ खेड़ी, कादीपुर, बसई, गुडग़ांव गांव, मौंजीवाला कुंआ, बजीराबाद, चकरपुर, सिकंदरपुर, मारुति कुंज व साथ लगते आधा दर्जन क्षेत्रों में अस्थायी घाटों की व्यवस्था की गई है। दोपहर बाद व्रतियों का इन आयोजन स्थलों पर पहुंचना शुरु हो गया। व्रती अपने साथ पूजा सामग्री भी लेकर आए। सायं होते-होते सभी व्रतियों ने ब्रह्मसरोवर, घाटों व तालाबों में खड़े होकर भगवान सूर्य की आराधना के साथ डूबते सूर्य को अध्र्य दिया और अपने परिवारों की सुख-समृद्धि की कामना भी सूर्यदेव से की। व्रतियों में महिलाओं की संख्या भी किसी भी हालत में पुरुषों से कम दिखाई नहीं दी। महिलाएं सूर्य देव से संबंधित लोकगीत भी गुनगुना रही थी।

 

36 घंटे का निर्जला व्रत

 

पंडित डा. मनोज शर्मा का कहना है कि व्रतियों ने छठ पर्व का व्रत गत सायं से ही खरना पूजन कर प्रसाद वितरण के बाद रख लिया था। वे पूरी रात छठ पर्व से संबंधित लोकगीत भी गुनगुनाते रहे और धार्मिकता में अपना ध्यान लगाया। 36 घंटे बाद आज सोमवार की प्रात: उगते सूर्य को अध्र्य देकर व्रती अपने व्रतों का समापन करेंगे। सूर्य देव को अध्र्य देने से पूर्व कई धार्मिक अनुष्ठान भी किए जाते हैं। व्रती इनका भी पालन करेंगे। इन सब से परिवारों में सुख-समृद्धि व खुशहाली आती है। उन्होंने बताया कि शास्त्रों में भी उल्लेख है कि कार्तिक शुक्ल पक्ष की षष्ठी पर व्रतधारी जलाशयों में खड़े होकर डूबते सूर्य को अध्र्य देने और परिवार की खुशहाली के लिए उगते सूर्य को अध्र्य देने की परंपरा चली आ रही है।

 

सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन

 

पूर्वांचल समाज के लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाली सामाजिक संस्थाओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। आयोजन में हजारों की संख्या में व्रती भाग ले रहे हंै। संस्थाओं ने व्रतियों की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा है। सरोवरों में स्वच्छ जल भरा गया है, ताकि व्रतियों को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो। संस्थाओं ने अपने वॉलिंटियर भी तैनात किए हुए हैं, ताकि किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना घटित न हो।

 

स्थानीय लोग कर रहे हैं सहयोग

 

इस आयोजन में राजनेताओं के अलावा स्थानीय लोग भी बड़ी संख्या में शामिल होते दिखाई दे रहे हैं। स्थानीय लोग बिहार मूल के परिवारों को छठ पर्व की शुभकामनाएं देते हुए भी दिखाई दिए। स्थानीय लोग इस आयोजन को पूरा सहयोग कर रहे हैं।

 

सुरक्षा व्यवस्था रही चाक-चौबंद

 

छठ महोत्सव का विभिन्न क्षेत्रों में आयोजन किया गया है। आयोजकों ने पुलिस विभाग के उच्चाधिकारियों से संपर्क स्थापित कर सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने की मांग की थी। पुलिस ने जलाशयों व घाटों की सुरक्षा को गंभीरता से लिया है। सभी आयोजन स्थलों पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए, जिनमें महिला पुलिसकर्मियों की संख्या भी अच्छी-खासी दिखाई दी। यातायात व्यवस्था सुचारु रुप से चलती रहे, इसके लिए शीतला माता मंदिर व अन्य आयोजन स्थल क्षेत्रों में यातयात पुलिस ने पुख्ता व्यवस्था की हुई है।

 

 


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Content Editor

Gaurav Tiwari

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