प्ले स्कूल में बदले जाएंगे हरियाणा के चार हजार आंगनबाड़ी केन्द्र, मुख्यमंत्री ने दी हरी झंडी

punjabkesari.in Friday, Mar 26, 2021 - 07:42 PM (IST)

भिवानी (अशोक): हरियाणा प्रदेश के चार हजार के लगभग आंगनबाड़ी केंद्र अब प्राईवेट प्ले-वे स्कूलों की तर्ज पर विकसित किए जाएंगे। इसको लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने महिला एवं बाल विकास विभाग को इस प्रोजेक्ट के लिए हरी झंडी दे दी हैं। अब खेल-खेल में शिक्षा के माध्यम से नई शिक्षा नीति के तहत पांच वर्ष तक के बच्चे सरकारी आंगनबाड़ी जो कि प्ले स्कूल के रूप में विकसित होंगी, उनमें शिक्षित होने के बाद सीधे पहली कक्षा में दाखिला ले सकेंगे। नर्सरी व प्री-नर्सरी का कार्य अब आंगनबाड़ी केंद्रों से प्ले स्कूल बने केंद्रों में पूरा कर लिया जाएगा। इसको लेकर महिला एवं बाल विकास विभाग ने प्रदेश के सभी 22 जिलों में सीडीपीओ, सुपरवाईजर व आंगनबाड़ी वर्कर को प्रशिक्षण देना भी शुरू कर दिया हैं।

भिवानी में पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी परिणिता गोस्वामी ने बताया कि प्रथम चरण में 1135 केंद्रों को प्ले स्कूल के रूप में विकसित किया जाएगा। इस प्रकार लगभग चार हजार आंगनबाड़ी केंद्रोंं को प्ले स्कूल में बदलने का कार्य मुख्यमंत्री द्वारा नई शिक्षा नीति के तहत महिला एवं बाल विकास विभाग को सौंपा गया हैं। इन प्ले स्कूलों में तीन से छह: वर्ष तक के बच्चों को खेल-खेल में शिक्षा दी जाएगी, ताकि बच्चों का सामाजिक, संवेदनात्मक, शारीरिक, बौद्धिक व कलात्मक विकास हो सकें। यहां से प्रशिक्षण लेने के बाद सीधे पहली कक्षा में नई शिक्षा नीति के तहत बच्चें दाखिला लेने में सक्षम होंगे।

प्रथम चरण में सीडीपीओ व सुपरवाईजर को खेल-खेल में शिक्षा दे बच्चों को तनाव रहित शिक्षा के अलावा कहानी, मिट्टी के खिलौने बनाने, संगीत व भाषा संबंधी ज्ञान देने का प्रशिक्षण दिया जा रहा हैं। इसके बाद ये अधिकारी आंगनबाड़ी वर्कर को प्रशिक्षित कर आंगनबाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूल के रूप में चलाएंगे। महिला एवं बाल विकास विभाग आंगनबाड़ी केंद्रों में फिर से बड़ी संख्या में बच्चों का एनरोलमेंट कर तीन से छह: वर्ष के बच्चों को किताबी ज्ञान खेल-खेल में सिखाएंगे।

प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले सुपरवाईजर व सीडीपीओ ने बताया कि यह उनका प्रशिक्षण का अनोखा अनुभव है, जिससे उन्हे बच्चों को रचनात्मक ढ़ंग से पढ़ाने की कला सीखी है, जिसका प्रयोग वे अब नए बन रहे प्ले स्कूलों में करेंगे।
 

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Content Writer

Shivam

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