किडनैप कर टांगे तोड़ने के मामले में बड़ा खुलासा, रिमांड पर रहे दोनों आरोपी बोले- इस बहाने ले गया था संदीप संधू

punjabkesari.in Tuesday, Nov 11, 2025 - 11:56 AM (IST)

कैथल(जयपाल): पंजाब के आम आदमी पार्टी विधायक कुलवंत बाजीगर के गांव के युवक गुरचरण के अपहरण और उसकी टांगे तोड़ने के सनसनीखेज मामले में नया मोड़ आया है। एसडीयू पुलिस ने वारदात में शामिल दो आरोपियों लवजीत और गुरप्रीत से पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है। चार दिन के रिमांड पर रहे दोनों आरोपियों ने माना कि वारदात के दिन वे मुख्य आरोपी संदीप संधू के साथ थे, जिसने पैसे के लेन-देन का बहाना बनाकर उन्हें साथ बुलाया था। दोनों ने कबूल किया कि जब संदीप ने गुरचरण की टांगे तोड़ीं, तब उनमें से एक ने टांगें और दूसरे ने उसके हाथ पकड़ रखे थे। हालांकि उनका दावा है कि उन्हें यह नहीं पता था कि संदीप इतनी बड़ी वारदात को अंजाम देगा।

उन्होंने बताया कि वारदात के दौरान संदीप के साथ उसका एक और साथी भी मौजूद था, जो अब भी फरार है। रिमांड अवधि के दौरान एसडीयू पुलिस दोनों आरोपियों को संदीप संधू के करीब एक दर्जन ठिकानों पर गई, लेकिन वह नहीं मिला। टीम दोनों को उस जगह पर भी लेकर गई जहां पर उन्होंने गुरचरण की टांगे तोड़ी गई थीं। पुलिस ने दोनों से उस स्थान की निशानदेही भी करवाई। टीम का कहना है कि वारदात को लेकर घटनास्थल से कुछ भौतिक साक्ष्य भी जुटाए गए हैं।


 
मुख्य आरोपी संदीप संधू का उसके गांव में दूध का डेयरी का है कारोबार
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि संदीप संधू और दोनों आरोपी लवजीत व गुरप्रीत आपस में पुराने परिचित हैं। तीनों एक साथ पढ़ चुके हैं और पिछले छह से सात वर्षों से एक-दूसरे के संपर्क में थे। दोनों आरोपी संदीप संधू के गांव लालूवा के नजदीक के रहने वाले हैं। उनके परिवार खेती-बाड़ी का काम करते हैं और अब तक की जांच में दोनों के खिलाफ किसी प्रकार का आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है। वहीं, संदीप संधू का उसके गांव में दूध का डेयरी कारोबार है, जहां गुरप्रीत अकसर दूध लेने आता था। पुलिस के अनुसार, इसी नजदीकी का फायदा उठाकर संदीप ने दोनों को अपने साथ वारदात में शामिल कर लिया। पूछताछ में सामने आया कि वारदात पूरी तरह पूर्व नियोजित थी, जिसका मास्टरमाइंड स्वयं संदीप था।


एसडीयू पुलिस का कहना है कि मुख्य आरोपी संदीप संधू के खिलाफ पंजाब में करीब दो दर्जन से अधिक गंभीर धाराओं के तहत मामले दर्ज हैं, जिनमें मारपीट, रंगदारी और अवैध हथियार रखने के केस भी शामिल हैं। पुलिस टीमें लगातार उसकी तलाश में जुटी हैं और उसके संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। अधिकारियों का दावा है कि जल्द ही संदीप को गिरफ्तार कर लिया जाएगा और मामले में शामिल अन्य लोगों की भूमिका का भी खुलासा किया जाएगा।

वहीं, इस पूरे प्रकरण में आम आदमी पार्टी विधायक कुलवंत बाजीगर का नाम तब सुर्खियों में आया, जब मुख्य आरोपी संदीप के उनके गांव से होने की पुष्टि हुई। गिरफ्तारी के डर से विधायक कुलवंत बाजीगर ने पहले कैथल कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी, जिसे बाद में उन्होंने स्वयं वापस ले लिया।

फिलहाल दोनों आरोपी जेल भेजे जा चुके हैं और पुलिस का फोकस अब मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी और वारदात से जुड़े अन्य पहलुओं की गहन जांच पर है। पुलिस का कहना है कि यह मामला केवल अपहरण और मारपीट का नहीं, बल्कि पूर्व नियोजित साजिश से जुड़ा है, जिसकी हर कड़ी को जोड़ा जा रहा है।

 

जल्द मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर पूरे नेटवर्क का करेंगे पर्दाफाश: डीएसपी 

मामले का नेतृत्व कर रहे डीएसपी कुलदीप बेनीवाल ने बताया कि गुरचरण के अपहरण और उसकी टांगे तोड़ने के मामले में पुलिस ने अब तक दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि मुख्य आरोपी संदीप संधू की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी जारी है। पुलिस ने दोनों आरोपियों से पूछताछ में कई अहम सुराग जुटाए हैं, जिनके आधार पर जांच आगे बढ़ाई जा रही है। उन्होंने बताया कि यह वारदात पूरी तरह पूर्व नियोजित साजिश का हिस्सा प्रतीत होती है, जिसे मुख्य आरोपी संदीप ने रचा था। दोनों आरोपियों ने स्वीकार किया है कि वे वारदात के समय आरोपी संदीप के मौजूद थे, उनमें से एक ने घायल गुरचरण की टांगे तथा दूसरे ने बाजू पकड़ी थी। डीएसपी ने कहा कि पुलिस की प्राथमिकता इस समय मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश करना है। जल्द ही मामले से जुड़े अन्य आरोपियों की पहचान कर सच्चाई को जनता के सामने लाया जाएगा।


 


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Content Writer

Isha

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