हरियाणा के रिटायर्ड आईपीएस ने अभय चौटाला से मांगी माफी, जानिए क्या है वजह...

punjabkesari.in Tuesday, Dec 16, 2025 - 08:00 AM (IST)

चंडीगढ़: एक पॉडकास्ट के दौरान इनेलो के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय चौटाला पर 39 छित्तर मारने का आरोप लगाने वाले आईपीएस अफसर आरएस यादव अपने बयान से पलट गए है। आरएस यादव ने अभय चौटाला को लिखित माफीनामा भेजा है। उन्होंने लिखा, मैं 24 नवंबर को एक यूट्यूब चैनल से बातचीत में अजय और अभय सिंह चौटाला के खिलाफ दिए गए बयान को लेकर सार्वजनिक रूप से माफी मांगता हूं।

मेरे शब्दों से उनकी भावनाओं को जो ठेस पहुंची है, उसके लिए मैं हृदय से क्षमा चाहता हूं। आरएस यादव ने हाल में एक पॉडकास्ट के दौरान आरोप लगाया था कि चौटाला सरकार के दौरान अभय चौटाला ने पुलिस चौकी में उन्हें 39 छित्तर मारे थे। इसके बाद अभय चौटाला ने आरएस यादव समेत कुछ लोगों को 100 करोड़ रुपए की मानहानि का लीगल नोटिस भेजा था।

लोगों के बीच बढ़ती लोकप्रियता घबराई हुई है कांग्रेस और भाजपा, बदनाम करने के लिए चली चाल
आरएस यादव के माफीनामे के बाद अभय चौटाला ने कहा कि षडयंत्र के तहत उन्हें बदनाम करने के लिए यह सब किया गया था। इसमें कांग्रेस, बीजेपी और अन्य कई लोग शामिल थे। प्रदेश में इनेलो के बढ़ते ग्राफ और लोगों के बीच बढ़ती लोकप्रियता से सभी घबराए हुए हैं। इससे पहले भी कई बार उन्हें बदनाम करने की साजिशें हुई, लेकिन सच्चाई को लंबे समय तक छुपाया नहीं जा सकता।

 उन्होंने आगे कहा कि आज पूर्व आईपीएस राम सिंह यादव ने माफी मांग कर यह साबित कर दिया कि उनके बारे में आज तक जो भी अफवाहें उड़ाई गईं, वे सभी मनगढ़ंत और निराधार थीं। जो और लोग इस षडयंत्र में शामिल थे और जिनको कानूनी नोटिस भेजे जा चुके हैं, अगर उन्होंने भी सार्वजनिक माफी नहीं मांगी तो उन्हें कोर्ट का सामना करना पड़ेगा।

 
1988 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे राम सिंह यादव ने अभय चौटाला पर 39 जूते मारने का आरोप लगाया था। रिटायर्ड अधिकारी ने एक पॉडकास्ट में दावा किया कि भजनलाल सरकार के समय अजय चौटाला को रेल की पटरी उखाड़ने के मामले में राजस्थान से पकड़कर लाया गया था। इसके बाद इनेलो की सरकार आ गई। सरकार आने के बाद जींद के सफीदों पुलिस थाने में उनके खिलाफ सरकारी गाड़ी के दुरुपयोग करने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई।

यादव ने आगे कहा कि तब मंजीत सिंह अहलावत जींद के एसपी थे और राम कौशिक डीएसपी थे। यादव के अनुसार, दोनों अधिकारियों ने उन्हें 17 दिसंबर 2003 को गिरफ्तार कर लिया और चौटाला पुलिस चौकी में ले गए। वहां थानेदार की कुर्सी पर अभय सिंह चौटाला बैठे हुए थे और उन्हें थर्ड डिग्री टॉर्चर दिया गया। यादव ने आरोप लगाया कि खुद अभय सिंह चौटाला ने उन्हें 39 छित्तर मारे थे, जिसके बाद उनकी जिंदगी बर्बाद हो गई।


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Content Writer

Isha

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