Paris Olympics: झज्जर के अमन सहरावत ने कुश्ती में जीता BRONZE MEDAL, स्वर्गीय पिता का सपना किया पूरा
punjabkesari.in Friday, Aug 09, 2024 - 11:48 PM (IST)
हरियाणा डेस्कः पेरिस ओलंपिक में झज्जर के अमन सहरावत ने 57kg वेट कैटेगरी में ब्रॉन्ज मेडल के लिए मुकाबले में शानदार जीत दर्ज की है। उन्होंने प्यूर्टो रिको के डरलिन तुई क्रूज को हराकर भारत की झोली में छठा मेडल डाला है। इसके साथ झज्जर के छोरे ने अपने स्वर्गीय पिता का भी सपना ओलंपिक में मेडल जीत कर पूरा किया है।
बता दें कि प्री क्वार्टर फाइनल और क्वार्टर फाइन में अमन सहरावत ने प्रतिद्वंदी पहलवानों टेक्निकल सुपीरियॉरिटी में हराकर सेमीफाइनल में धमाकेदार एंट्री मारी थी। इसके बाद देश को उम्मीद थी कि अमन भारत के लिए सिल्वर या फिर गोल्ड मेडल लाएंगे। लेकिन जिस एक तरफा प्री क्वार्टर फाइनल और क्वार्टर फाइनल का मुकाबला अमन ने जीता था। उसी तरह सेमीफाइनल का मुकाबला हार गए। सेमीफाइनल में उन्होंने एक प्वाइंट भी जापानी रेसलर के सामने हासिल नहीं कर पाएगा। 21 वर्षीय अमन सहरावत पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाले एकमात्र पुरुष पहलवान हैं।
पिता का सपना था, घर में कोई मेडल जीते
अमन सहरावत का जन्म 16 जुलाई 2003 को झज्जर जिले के भिड़होड गांव में हुआ था। अमन ने 8 साल की उम्र में कुश्ती शुरू की थी। अमन जब 11 साल के थे, तब उनकी मां कमलेश की हार्ट अटैक से मौत हो गई। इसके बाद उसके पिता सोमवीर सहरावत भी बीमार रहने लगे। 6 महीने के बाद पिता का भी देहांत हो गया। अमन की मौसी सुमन ने बताया कि अमन का मन बचपन से ही खेलकूद में लगता था। वह मौसेरे भाई दीपक के साथ रनिंग और अखाड़े में कुश्ती का अभ्यास करने लगा। अमन के पिता चाहते थे कि घर में कोई पहलवानी करे और देश के लिए मेडल जीते।
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