विवादों में आया अंबाला क्लब, प्रधान सहित अन्य सदस्यों पर मदिरा व खाना घर लेकर जाने के आरोप

punjabkesari.in Monday, Feb 03, 2020 - 09:37 AM (IST)

अम्बाला शहर (कोचर) : शहर का सबसे चर्चित अम्बाला क्लब अब एक बार फिर से चर्चा का विषय बना हुआ है। क्लब में नौकरी से निकाले गए कर्मचारी प्रदीप कुमार द्वारा प्रबंधन के सदस्यों पर कुछ गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इसको लेकर पिछले कुछ दिनों से मौजूदा व पुराने सदस्यों में आपसी तकरार बढ़ गई है जोकि अब खुलकर सामने आ गई है। बाकायदा क्लब के कुछ पुराने सदस्यों ने रविवार को प्रैसवार्ता कर कर्मचारी द्वारा लगाए गए आरोपों को सही ठहराते हुए मामले में एस.आई.टी. गठित करके जांच करवाने की भी मांग कर दी है। जल्द ही पुराने सदस्य इस मामले को लेकर डी.सी. से भी मुलाकात करने वाले हैं।  

दरअसल, कुछ समय पूर्व क्लब द्वारा क्लब में काम करने वाले कर्मचारी प्रदीप को नौकरी से निकाल दिया गया था। नौकरी से निकाले जाने के बाद उसने क्लब के प्रधान व अन्य सदस्यों पर गंभीर आरोप लगाए थे। उसका आरोप था कि ये लोग क्लब से फ्री में शराब की बोतलें और खाने-पीने का अन्य सामान भी लेकर जाते हैं। इन्हीं आरोपों को लेकर क्लब के पूर्व चेयरमैन व अन्य सदस्यों ने रविवार को प्रैसवार्ता की। 

प्रैसवार्ता के दौरान क्लब के पूर्व चेयरमैन डा. सन्नी सिंह आहलुवालिया ने कहा कि नौकरी से निकाले जाने के बाद जिस तरह कर्मचारी प्रदीप कुमार ने मौजूदा क्लब प्रबंधन पर जो आरोप लगाए हैं वे बेहद ही गंभीर हैं। इन आरोपों से न केवल क्लब की छवि को नुक्सान हुआ है बल्कि प्रबंधन की गतिविधियां भी जांच के दायरे में आ गई हैं। सच सभी मैंबर्स के सामने आना चाहिए तभी पता चल पाएगा कि प्रदीप सच बोल रहा है या झूठ। 

क्लब के लगातार 2 बार चेयरमैन रहे सुनील मोहन त्रिखा ने कहा कि ऐसे गंभीर आरोपों की वजह से क्लब की प्रतिष्ठा दांव पर लग गई है। क्लब का कोई सदस्य सपने में भी यह सोच नहीं सकता कि क्लब में इतने बड़े स्तर पर धांधली हो रही है। ऐसे में आरोपों का सच सामने लाने के लिए इसकी गंभीरता से जांच जरूरी है। प्रशासन को खुद मामले में हस्तक्षेप कर इसकी गहन जांच करवानी चाहिए। जांच में भी जो भी जिम्मेदार हो फिर उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।  

पूर्व चेयरमैन अधिवक्ता संजीव वशिष्ठ ने कहा कि इसके लिए प्रशासन को एस.आई.टी. गठित करनी चाहिए। जांच निष्पक्ष हो इसलिए मौजूदा क्लब प्रबंधन को क्लब की सभी गतिविधियों से अलग हो जाना चाहिए। जिस तरह पूर्व कर्मचारी ने चेयरमैन, सचिव व प्रबंधक पर गंभीर आरोप लगाए हैं निसंदेह उनकी जांच बेहद जरूरी है। 

नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे चेयरमैन
क्लब सदस्य गगनजीत सिंह धमीजा ने कहा कि अम्बाला क्लब के मौजूदा प्रबंधन पर लगे आरोपों की निष्पक्ष जांच बेहद जरूरी है। यह तभी संभव होगा जब मौजूदा चेयरमैन अरविंद सिकरी व कर्मचारी द्वारा आरोपी ठहराए जा रहे क्लब पदाधिकारी नैतिकता के आधार पर अपना इस्तीफा देंगे। अन्यथा सियासी दबाव में ये लोग पूरे मामले की जांच को प्रभावित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। क्लब सदस्य जे.पी. सिंह, नवनीत अग्रवाल, अशोक साहनी, संजय, आर.पी.एस. भाटिया सहित दूसरे सभी सदस्यों ने भी आरोपों की जांच की मांग की है।


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Isha

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